हल्लो दोस्तों इस आर्टिकल में आप GUI के बारे में जानेंगे। GUI एक graphical user interface है। इसे हिंदी में “चित्रितोप योजक सम्पर्क साधन” भी कहा जाता है। इसमें हम आपको GUI क्या हैं?, GUI कैसे काम करता है?, GUI के क्या लाभ हैं?, ग्राफिकल यूजर इंटरफेस का अतीत, GUI के नुकसान आदि के बारे में जानेगे। हमने इस आर्टिकल को सरल भाषा में समझाने की कोशिश की है। आप इस आर्टिकल को अंत तक पूरा पढ़े…
GUI क्या हैं? (What is GUI) :-
Computer पर किसी भी कार्य को करने के लिए उपलब्ध चित्रमय माध्यम को “graphical user interface” कहते है। इसमें प्रयोगकर्ता अपने Computer या मोबाइल पर उपलब्ध विभिन्न इनपुट यंत्र जैसे माउस, कीबोर्ड, टच स्क्रीन इत्यादि के माध्यम से Computer पर उपलब्ध संकेतों पर कार्यवाही करता है।
इसे हिंदी में “चित्रितोप योजक सम्पर्क साधन” भी कहा जाता है। Computer के अलावा हम अन्य कई प्रकार के Electronic instruments को इसी प्रकार के GUI माध्यम से उपयोग करते है,जैसे MP3 प्लेयर, मोबाइल फ़ोन, माइक्रोवेव ओवन इत्यादि।
GUI का मतलब है Graphical user interface”, यह एक ऐसे interface को referenced करता है, जो ग्राफिक तत्वों के माध्यम से कंप्यूटर और टैबलेट जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के साथ बातचीत करने की अनुमति देता है।
यह टेक्स्ट-आधारित आदेशों के विपरीत, जानकारी प्रदर्शित करने के लिए आइकन, मेनू और अन्य ग्राफ़िकल अभ्यावेदन का उपयोग करता है।
ग्राफिक तत्व उपयोगकर्ताओं को कंप्यूटर पर कमांड देने और माउस या अन्य इनपुट डिवाइस का उपयोग करके फ़ंक्शन का चयन करने में सक्षम बनाते हैं।
GUI के तहत चलने वाले प्रोग्रामों में ग्राफिक तत्वों का एक विशिष्ट सेट होता है, ताकि एक Specific interface सीखने के बाद एक उपयोगकर्ता इन प्रोग्रामों का उपयोग बिना किसी विशेष कमांड को सीखे कर सके।
जेरोक्स 8010 सूचना प्रणाली पहला जीयूआई-केंद्रित कंप्यूटर ऑपरेटिंग मॉडल था। यह एलन के, डगलस एंगेलबर्ट और उनके सहयोगियों द्वारा ज़ेरॉक्स PARC में विकसित किया गया था।
अगर हम बात करे वर्ष 2014 के अनुसार, तो सबसे लोकप्रिय GUI Microsoft Windows और Mac OS X हैं।
और अगर हम मोबाइल उपकरणों के बारे में बात करते हैं, तो Apple के IOS और Google के Android interface का व्यापक रूप से उपयोग किए गए GUI हैं।
ग्राफिकल यूजर इंटरफेस (GUI) एक ऐसा इंटरफेस है जिसके माध्यम से Users इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों जैसे कंप्यूटर, हाथ से पकड़े गए उपकरणों और अन्य उपकरणों के साथ बातचीत करता है।
यह इंटरफ़ेस पाठ-आधारित इंटरफेस के विपरीत, जहां डेटा और कमांड पाठ में हैं, जानकारी और संबंधित Users नियंत्रण प्रदर्शित करने के लिए आइकन, मेनू और अन्य दृश्य संकेतक (ग्राफिक्स) अभ्यावेदन का उपयोग करता है।
GUI अभ्यावेदन एक माउस, ट्रैकबॉल, स्टाइलस या एक टच स्क्रीन पर उंगली जैसे एक संकेत डिवाइस द्वारा हेरफेर किया जाता है।
GUI की आवश्यकता स्पष्ट हो गई क्योंकि पहला मानव / कंप्यूटर पाठ इंटरफ़ेस कुंजीपटल पाठ निर्माण के माध्यम से था जिसे प्रांप्ट कहा जाता है।
कमांड कंप्यूटर पर प्रतिक्रियाएं शुरू करने के लिए डॉस प्रॉम्प्ट पर एक कीबोर्ड पर टाइप किए गए थे। इन आदेशों के उपयोग और सटीक वर्तनी की आवश्यकता ने एक बोझिल और अक्षम इंटरफ़ेस बनाया।
अगर हम बात करे इसके निर्माण कि तो वर्ष 1970 के दशक के उत्तरार्ध में, ज़ेरॉक्स पालो ऑल्टो अनुसंधान प्रयोगशाला ने GUIs का निर्माण किया, जो अब विंडोज, मैक ओएस और कई सॉफ्टवेयर अनुप्रयोगों में आम हैं।
विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए और लेबल किए गए चित्रों, चित्रों, आकृतियों और रंग संयोजनों का उपयोग करके, वस्तुओं को कंप्यूटर स्क्रीन पर चित्रित किया गया था।
जो या तो ऑपरेशन के समान दिखते थे या Users द्वारा सहज रूप से पहचाने जाते थे। आज, प्रत्येक OS का अपना GUI है। सॉफ़्टवेयर एप्लिकेशन इनका उपयोग करते हैं और अपने स्वयं के अतिरिक्त GUI जोड़ते हैं।
GUI कैसे काम करता है? (How does GUI work) :-
दोस्तों GUI कैसे काम करता है इसे समझने के लिए हम ऐसे समझ सकते है जब GUI में कोई भी command जैसे की किसी फाइल्स को delete, Open या फिर file को move करने करने के लिए हम अपने सिस्टम पर window, icon और menu का उपयोग करते है न की किसी code का।
इस तरह से हम कह सकते है कि कंप्यूटर के साथ में interact करने लिए navigate करने के लिए mouse का use करते है और कई सारे shortcuts key के लिए keyboard का use करते है और भी आसान शब्दों में कहे तो यदि हमें कोई भी GUI ऑपरेटिंग सिस्टम पर कोई programs को खोलना है तो इसके लिए बस अपने mouse के pointer को program के icon पर dual-click करे और वह program open हो जायगा जबकि यदि आप कोई GUI operating system का use नहीं करते है तो इसके लिए codding का जरुरत होती है।
और देखा जाय तो GUI उपयोगकर्ता की भाषा अनुवाद करने का काम करता है क्योकि मशीन केवल मशीनी भाषा को ही समझती है और GUI ही यह काम करता है।
GUI के क्या लाभ हैं? (What are the benefits of GUI) :-
कमांड-लाइन ऑपरेटिंग सिस्टम के विपरीत, जैसे Unix या MS-DOS, GUI ऑपरेटिंग सिस्टम सीखना और उपयोग करना बहुत आसान है क्योंकि कमांड को याद रखने की आवश्यकता नहीं है। इसके अतिरिक्त, उपयोगकर्ताओं को किसी भी प्रोग्रामिंग भाषाओं(Programming language) को जानने की आवश्यकता नहीं है। उनके उपयोग में आसानी और अधिक आधुनिक उपस्थिति के कारण, GUI ऑपरेटिंग सिस्टम आज के बाजार पर हावी हो गए हैं।
GUI के मूल घटक (Basic Components of a GUI):-
- Pointer :- यह एक प्रतीक है जो डिस्प्ले स्क्रीन पर दिखाई देता है. इसे कमांड और ऑब्जेक्ट को चुनने के लिए ले जाया जा सकता है।
- Pointing device :- यह आपको सूचक को स्थानांतरित करने और स्क्रीन पर ऑब्जेक्ट का चयन करने की अनुमति देता है, उदा। माउस या ट्रैकबॉल।
- Icons :- यह डिस्प्ले स्क्रीन पर छोटी छवियों को संदर्भित करता है जो कमांड, फाइल, विंडोज आदि का प्रतिनिधित्व करते हैं. पॉइंटर और पॉइंटिंग डिवाइस का उपयोग करके, आप इन कमांड को निष्पादित कर सकते हैं।
- Desktop :- यह डिस्प्ले स्क्रीन है जिसमें आइकन होते हैं।
ग्राफिकल यूजर इंटरफेस का अतीत (history of GUI) :-
पहला ग्राफिकल यूजर इंटरफ़ेस 1981 में बनाया गया था जो की ज़िरॉक्स पार्स के एलन केय, डगलस एंगेल्बर्ट ने और वैज्ञानिकों की मदद से इसको बनाया था।
उन्होने इस बात को ध्यान में रखकर इसे बनाया था की अगर हम ऑपरेटिंग सिस्टम की कोई ग्राफिकल रीप्रेसेंटेशन बनाएँगे तो यह लोगो को उपयोग करने में और भी आसान होगी।
पहला जो उपयोग किया गया था जीयूआई का वह 1983 में एपल के लिसा कम्प्युटर में किया गया था। इससे पहले के कम्प्युटर एमएस डीओएस और लिनक्स यूआई में कमांड लाइन का इस्तेमाल करते थे क्यूंकी इनका इस्तेमाल लोगों के खुद से ज्यादा बिज़नेस में होता था।
एपल मैक इनतोष में जीयूआई का इस्तेमाल किया गया। इसके बाद इस उत्पाद को बाज़ार में आने के एक साल बाद ही यह काफी लोकप्रिय उत्पाद माना जाने लगा और काफी लोग इसका इस्तेमाल करने लगे।
माइक्रोसॉफ़्ट ने भी फिर जीयूआई का अपने विंडोज में इस्तेमाल किया जिससे की वह बेहतर तरीके से काम कर सके।
GUI के नुकसान (Disadvantages of GUI) :-
GUI काफी तरह की प्रोसेसिंग पावर इस्तेमाल करती है जिससे की टेक्स्ट पर निर्भर करने वाला यूआई हम इस्तेमाल कर सकें।
काफी लोगों को यह बेकार लग सकता है लेकिन क्योंकि इसमे काफी तरह के काम होते हैं इसलिए यह हमारे लिए उपयोगी होता है।
यूआई की मदद से हम इसमे कोई भी कार्य करवा सकते है किसी भी टेक्स्ट को लिखकर जिससे की यह उस कमांड को समझ सके और काम कर सके।
नोट :- विशिष्ट GUI जो Speech Recognition और गति (Speed) का पता लगाने का उपयोग करते हैं, उन्हें प्राकृतिक उपयोगकर्ता इंटरफ़ेस (Natural user interface) या NUI कहा जाता है।
निष्कर्ष (Conclusion) :-
हमने इस आर्टिकल में GUI की पूरी जानकारी सरल भाषा में समझायी है। इसमें GUI के बारे में और कैसे काम करता है के बारे में बताया गया है। उमीद है आपको यह मेरा आर्टिकल GUI क्या है? पसंद आया होगा।
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