Tor Browser kya hai – कैसे इस्तेमाल करें और Tor Browser काम कैसे करता है?

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Tor Browser kya hai – टोर एक ब्राउज़र है जो आपको फ्री मिल जाता है। और इसका उपयोग Internet use करने के लिए किया जाता है। टोर ब्राउज़र का full name (The Onion Router) है। जिसका उपयोग  कंप्यूटर, लैपटॉप और मोबाइल में किया जा सकता है ।

हेल्लो दोस्तों आज हम जानेंगे Tor Browser क्या है के बारे में  और इसे कैसे उपयोग किया जाता है और ये browser कैसे और क्यों काम में लेना चाहिए इसके अलावा भी बहुत कुछ आप इस आर्टिकल में जानोगे तो आप इसे पूरा पढ़े।

Tor Browser kya hai
Tor Browser kya hai

Tor Browser kya hai (What is Tor Browser in Hindi)

Tor browser kya hai – अगर tor ब्राउज़र की बात की जाये तो यह एक ऐसा software है जिसकी help से Users Internet को hidden तरके या गोपनीयता से Browse या सर्चिंग कर पाते हैं। इस ब्राउज़र को Tor प्रोजेक्ट के द्वारा डेवेलोप किया गया जो एक नॉन प्रॉफिट कंपनी है और जो Internet में identity hidden करने को बढ़ाने का काम कर रहा है।

Tor ब्राउज़र  Onion Router के नाम से भी जाना जाता है। because यह Onion Routing Technology का use कर रहा है जिसकी help से उपयोगकर्ता की online activity को hidden रखा जा सकता है।

Tor ब्राउज़र एक ऐसा तरीका है जिसकी सहायता से user खुद को internet पर छुपा सकता है, और ये VPN या Proxy से अलग है। इनमेसे दो को एक साथ उपयोग किया जा सकता है।

कुछ लोग tor को Deep Web या Dark Web उपयोग करने के लिए करते है और यह इन्टरनेट का जरुरी हिस्सा है। अगर आपको डार्क वेब और डीप वेब के बारे में विस्तारपूर्वक जानना हो तो आगे दिए गए लिंक पर क्लिक कर सकते है।

Dark Web क्या है – Click here

Dark वेब normal browser द्वारा इस्तेमाल नही किया जा सकता वह सिर्फ Tor ब्राउज़र से ही Access और उपयोग में लिया जा सकता है।

Tor ब्राउज़र का use mostly journalist करते हैं। जो ऐसे देश में काम करते है जहाँ की Internet के use पर बहुत मुश्किले होती हैं। और Tor ब्राउज़र की help से वह अपना work complete कर लेते हैं।

Tor Browser का important काम User’s की पहचान को hide रखना होता है और ऐसा करने के लिए वो आपके Traffic को बहुत से नए नए और अलग अलग प्रकार के सर्वर से जाते हैं। और location ip एड्रेस change कर दिया जाता है। 

और साथ ही उन्हें Encrypt यानि एक तरह से बोला जाये तो बांध दिया जाता है। जिससे अगर कोई चाहे तो भी आपको Trace नहीं कर पाता है। और अगर आपको कोई Track करने की कोशिश भी करता है तो आपकी सही location का पता कोई नही लगा पायेगा।

Tor Browser का इतिहास

Tor browser मुख्य रूप से Onion routing के तरीके पर कार्य करता है। और इसे Michael G.Ree, Paul Syverson व Nick Mathewson के द्वारा United States के Naval Research Laboratory में बनाया गया और सन 1990 में इसे Develop कर दिया गया।

इस Project का पूरा काम काज और संभालना Tor Project Inc. company के द्वारा किया जाता है। जो एक non-profit organization system है। इस Project को United States और Swedish Govt. के द्वारा financial रूप से मजबूत किया जाता है।

टोर ब्राउज़र काम करता है?

अब सवाल यह उठता है की Tor Browser काम कैसे करता है। तो आपको बता दें की (Tor ब्राउज़र) Tor Onion Routing के Principle पर वर्क करता है। इसमे सबसे पहले user के data को encrypt कर दिया जाता है।

और फिर उसे ट्रान्सफर करके अलग अलग सर्वर पर रखा जाता है जिनमे IP एड्रेस Change होते रहते है, जिससे की multi layer lock होकर ready हो जाता है। जैसे की (Onion) प्याज की layers होती है, जिससे उपयोगकर्ता की पहचान सुरक्षित रह जाती है।

Tor ब्राउज़र में सभी encrypted Layers को decrypt कर दिया जाता है, और जो डाटा बाकि बच जाता है उसको आगे भेज दिया जाता है। और यह वर्क तब तक किया जाता है, जब तक की वो अपनी सर्वर की मंजिल तक ना पहुँच जाता है।

इन सभी पर्किर्याओ से उपयोग करने वाले की Identity को track कर पाना बहुत मुश्किल हो जाता है। Users को अनोंयमिटी देने के साथ Tor websites को भी अनोंयमिटी दे सकता है।

Tor Browser को इस्तेमाल कैसे करे?

सबसे पहले आपको tor browser को उसकी ऑफिसियल वेबसाइट से डाउनलोड कर लेना है। normally ये फायरफोक्स ब्राउज़र का ही एक संस्करण है। आपको ध्यान रखना है की tor ब्राउज़र को original तरीके यानि ऑफिसियल website से ही डाउनलोड करके उसे करना है वरना आप scam का सिकार भी हो सकते है।

Next आपको tor को install कर लेना है। यह normally जब हम कोई सॉफ्टवेर को install  करते है उसी तरीके से install होगा। यह browser आपके program file में डाउनलोड न होकर सीदा आपके desktop में ही install होगा। क्योकि यह एक portable browser है।

तो अब आपका tor ब्राउज़र download हो चूका है।, फिर Tor ब्राउज़र के नाम से एक file create हो जायेगा। जहा Tor ब्राउज़र के सभी Files store हो चुके होंगे। उसमे आपको start tor नाम से file मिलेगा।

आपको उस पर Click करना है। फिर आपको पूछा जायेगा की क्या आप सीधा tor ब्राउज़र नेटवर्क से कनेक्ट करना चाहते हो या आप पहले प्रॉक्सी की सेटिंग वेरीफाई करना चाहते है।

ज्यादातर लोग डायरेक्ट कनेक्शन को चुनते हैं। चुनने के बाद आप tor ब्राउज़र में ओपन कर लोगे आप अगर चाहते है तो ip एड्रेस को चेक कर सकते है। यदि आप जिस लोकेशन पर हो उसके अलावा कही और का Ip एड्रेस शो कर रहा है तो आप बिलकुल सही तरीके से कनेक्ट हो चुके हो।

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Tor Browser इस्तेमाल करने के टिप्स

Tor browser का इस्तेमाल करते समय आप इन tips को अवश्य फॉलो करें।

  • Tor का इस्तेमाल करते समय आप केवल https वाली साइट्स को उपयोग करें http के बजाये क्युकी https अधिक सिक्योर होती है।
  • उपयोग करने के बाद Cookies को delete अवश्य कर दें।
  • P2P (peer to peer) का इस्तेमाल ना करें क्युकी ये browser इसके लिए नही है। इसे exit nodes में कट कर दिया जा सकता है। इसके साथ P2P browser को स्लो भी कर देता है।
  • अपनी रियल ईमेल का उपयोग ना करें इससे कोई भी आपको आसानी से trace कर सकता है।
  • Tor इस्तेमाल करते समय गूगल का प्रयोग ना करें क्युकी गूगल अपने यूजर के डाटा को स्टोर कर लेता है। गूगल ऐसा इसलिए करता है। ताकि वो उसी प्रकार के advertisement शो कर सकें। इस स्थिति में आप डक डक गो का उपयोग करें।

क्या tor browser का इस्तेमाल करना सही है?

Tor browser सेफ and सिक्योर हैं। और ये बिलकुल फ्री मिलता है वैसे developers ने इसे अच्छे कामो में इस्तेमाल करने के लिए बनाया है लेकिन कुछ लोग इसका गलत लाभ भी उठा रहे हैं। और डार्क वेब में illegal काम कर रहे है।

ऐसे लोगो को आसानी से रोका भी नही जा सकता because Tor को इस प्रकार से डिजाईन किया गया है की इसमे किसी को trace नही किया जा सकेगा, इसका मूल कार्य था की लोगों की track free browsing का मोका दिया जा सके, लिकिन कुछ लोग इसका सही इस्तेमाल नही करते है। 

इसलिए ये हम लोगो पर है की हम इसका इस्तेमाल सही काम के लिए करते है या गलत काम परन्तु इसमे गलत काम करने वालो का अंजाम बहुत बुरा hota है।

निष्कर्ष (Conclusion) –

आज हमने आपको Tor Browser kya hai के बारे में बताया है और इससे सम्बन्धित सभी प्रकार की जानकारी भी उपलब्ध करवाई है जैसे – Tor Browser kya hai, Tor ब्राउज़र का इतिहास, Tor Browser को इस्तेमाल कैसे करे, टोर ब्राउज़र काम करता है? आदि के बारे में विस्तार से समझाया है। 

मुझे उम्मीद है की आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और कुछ नया सीखने या जानने को मिला होगा। अगर आपको यह आर्टिकल ज्ञानवर्धक लगा हो तो आप इसे अपने Friends के साथ एवं Social Media पर भी Share करें और हमारे आर्टिकल को 5 Star Votes भी अवश्य दे। धन्यवाद !

क्या टोर सबसे सुरक्षित ब्राउज़र है?

Tor browser सेफ and सिक्योर हैं। और ये बिलकुल फ्री मिलता है वैसे developers ने इसे अच्छे कामो में इस्तेमाल करने के लिए बनाया है लेकिन कुछ लोग इसका गलत लाभ भी उठा रहे हैं। और डार्क वेब में illegal काम कर रहे है।

टोर ब्राउज़र क्या है?

Tor Browser एक ऐसा तरीका है जिसकी सहायता से user खुद को internet पर छुपा सकता है, और ये VPN या Proxy से अलग है। इनमेसे दो को एक साथ उपयोग किया जा सकता है।

क्या टोर का पता लगाया जा सकता है?

किसी को trace नही किया जा सकेगा, इसका मूल कार्य था की लोगों की track free browsing का मोका दिया जा सके।

टोर ब्राउज़र का मालिक कौन है?

इसे Michael G.Ree, Paul Syverson व Nick Mathewson के द्वारा United States के Naval Research Laboratory में बनाया गया 

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