FTP क्या है? यह कैसे कार्य करता है, जाने पूरी जानकारी हिंदी में | FTP in Hindi

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हेल्लो दोस्तों इस आर्टिकल में आप FTP के बारे में जानेंगे। FTP क्या है?, FTP का कैसे उपयोग किया जाता है?, FTP के प्रकार आदि के बारे जानेंगे। इसके साथ ही आप FTP के नुकसान और फायदे के बारे में भी विस्तार से जानेंगे। FTP के बारे में विस्तार से जानने के लिए इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें …

FTP क्या है?
FTP क्या है?

FTP क्या है? (What is FTP in Hindi) –

FTP का full form File Transfer Protocol है जैसा की नाम से पता चल रहा है की इसका उपयोग एक Computer से दूसरे Computer के बीच फाइल ट्रान्सफर करने के लिए किया जाता है। FTP एक प्रकार का protocol है जो की दो systems के बीच फाइलों के आदान-प्रदान के लिए set of rules यानी की कुछ नियमों को निर्धारित करता है।

FTP protocol बहुत ही पुराना प्रोटोकॉल है और आज भी इसका उपयोग हो रहा है इसके बावजूद कई सारे internet users ऐसे भी होंगे जिन्हें अभी तक FTP के बारे में पता नही होगा, लेकिन यदि आप कोई वेबसाइट बनाने जा रहें हैं तो आपके लिए यह बहुत ही उपयोगी tool साबित हो सकता है।

जब कोई web developer वेबसाइट बनाता है तो उस वेबसाइट के files को सर्वर पर upload करना होता है और इस काम के लिए FTP का उपयोग किया जाता है जो की बड़े-बड़े फाइलों को सर्वर पर अपलोड, डाउनलोड, रीनेम, डिलीट, कॉपी और मूव करने में मदद करता है।

 

FTP का कैसे उपयोग किया जाता है –

FTP के द्वारा web server पर फाइल अपलोड करने के लिए आप नीचे दिए गये तीन तरीके का उपयोग कर सकते हैं:-

  • Command-line FTP के जरिये आपने command line का कभी न कभी उपयोग जरुर किया होगा,  हर operating systems चाहे वह Windows हो, Linux हो या Mac OS हो सभी में FTP के लिए कुछ built-in command दिए होते हैं जिनका उपयोग करके FTP site से connect हो सकते हैं।
  • Web Browser का उपयोग करके  आप सीधे web browser का भी use कर सकते हैं इसके लिए आपको address bar में http:// की जगह ftp:// लिखना होगा और साथ में आपको username और password में Url में type करना होगा ब्राउज़र पर एड्रेस कुछ इस तरह होगा: ftp://username:[email protected]/
  • Graphical FTP Client का उपयोग करके – आप graphical FTP client का भी use कर सकते हैं जो की एक प्रकार का application होता है और जिसका interface बहुत ही user friendly और आसान होता है। यदि आप विंडोज use कर रहें हैं तो FileZille नाम का application आप इन्टरनेट से मुफ्त में डाउनलोड कर सकते हैं।

 

FTP कनेक्शन के प्रकार (Types of FTP Connections in Hindi) –

 FTP के कनेक्शन दो प्रकार होते है –

1- Control Connection –

Control connection का प्रयोग FTP server को कमांड send करने और सर्वर से Message Receive करने के लिए किया जाता है। जब कोई FTP client किसी FTP server के साथ आपस में connect होता है तब FTP (TCP) protocol का उपयोग करके कण्ट्रोल कनेक्शन का निर्माण करता है। कण्ट्रोल कनेक्शन संचार के दौरान बहुत सरल नियमो का प्रयोग करता है।

2- Data Connection –

जब FTP क्लाइंट FTP सर्वर के साथ डेटा को exchange करता है जैसे (फाइल FTP Server में upload करना और download करना) तब FTP (UDP protocol) का उपयोग करके Data Connection का निर्माण करता है। यह संचार के दौरान बहुत जटिल (complex) नियमो का प्रयोग करता है।

 

FTP के प्रकार (Types of FTP) –

FTP के चार प्रकार होते है –

1- Anonymous FTP

Anonymous में फाइलों को एक सिस्टम से दुसरे सिस्टम में ट्रांसफर करने के लिए यूजर को Id और password की ज़रूरत नहीं पड़ती जिसकी वजह से यूजर Id और password के बिना भी फाइलों को ट्रांसफर कर सकता है।

यह अपना काम port 21 में करता है इसे शार्ट फॉर्म में AFTP कहा जाता है इसमें music, pictures, movie clips और other files को ट्रांसफर करने के लिए बहुत सारी anonymous FTP sites उपलब्ध है।

2- Password-protected FTP

इसमें फाइलों को ट्रांसफर करने के लिए यूजर को user Id और password की ज़रूरत पड़ती है लेकिन इसके बावजूद Password-protected FTP में security की कमी देखने को मिलती है। यह अपना काम पोर्ट 21 में करता है।

3- FTP Secure (FTPS)

इस FTP को SSH FTP भी कहा जाता है। इसमें files को सुरक्षित करने के लिए SSH (secure shell) का प्रयोग किया जाता है। यह FTP की तुलना में ज्यादा secure होता है। यह डेटा को encrypt करके यूजर के डेटा को सुरक्षित कर देता है जिसकी मदद से कोई भी व्यक्ति यूजर की permission के बिना डेटा का उपयोग नहीं कर सकता है। इसे समझना किसी भी यूजर के लिए आसान होता है।

4 – Secure FTP (SFTP)

इसे FTP SSL भी कहते हैइसमें फाइल्स को सुरक्षित रखने के लिए SSL (Secure socket layer) का प्रयोग किया जाता है इसके अलावा यह transmission प्रक्रिया के दौरान कमांड और डेटा दोनों को encrypt करता है।

इसे सिक्योर फाइल ट्रांसफर प्रोटोकॉल के नाम से भी जाना जाता है इस FTP में SSH का प्रयोग system administration के द्वारा सुरक्षित तरीके से सिस्टम और एप्लिकेशन तक पहुंचने के लिए किया जाता है।

 

FTP कैसे कार्य करता है? (How FTP Work) –

यह एक क्लाइंट सर्वर प्रोटोकॉल है जो सर्वर और क्लाइंट के बीच दो communication channel पर निर्भर होता है। इसमें पहला कमांड चैनल communication नियंत्रण के लिए और दूसरा डेटा चैनल file content को प्रसारित करने के लिए होता है।

1  Control Connection –  कण्ट्रोल कनेक्शन का इस्तेमाल कनेक्शन को खोलने और बंद करने तथा कमांड को सर्वर तक भेजने में किया जाता है।

2  Data Connection –  जब कनेक्शन स्थापित हो जाता है तो उसके बाद डेटा कनेक्शन के जरिए क्लाइंट और सर्वर के बीच डेटा फाइल्स को ट्रांसफर किया जाता है।

सर्वर पोर्ट नंबर 21 पर क्लाइंट द्वारा कण्ट्रोल कनेक्शन स्थापित किया जाता है, जिसके बाद क्लाइंट को कमांड भेजता है। जिसके अनुसार पोर्ट नंबर 20 पर डेटा कनेक्शन की शुरुआत होती है जिसके जरिए फाइल्स और फ़ोल्डर्स का अदान- प्रदान होता है। 

 

FTP कनेक्शन Mode

1) Active Mode

Active Mode मे FTP client पर यूजर एक random पोर्ट (random port 1) से server port no. 21 से जुड़ता है। क्लाइंट और सर्वर के बीच कनेक्शन स्थापित होने के बाद इसके जरिए डेटा फाइल का अदान प्रदान कर सकते है।

2) Passive Mode

Passive mode जब क्लाइंट firewall block होने से कनेक्शन नहीं बन पाता है तो इस स्थिती मे passive mode का उपयोग किया जाता है। इस mode मे यूजर FTP client पर एक random port (random port 1) से सर्वर पोर्ट 21 से जुड़ता है। जिसके बाद क्लाइंट और सर्वर के जरिए फाइल ट्रांसफर शुरू हो जाता है Active mode कि तुलना में passive mode का उपयोग अधिक होता है।

 

FTP के फायदे (Advantage of FTP in Hindi)

  • FTP में सबसे बड़ा फायदा इसकी स्पीड है। FTP बहुत तेजी से एक से दूसरे Computer के बीच फाइल ट्रांसफर करता है।
  • FTP सर्वर को access करने के लिए username और password से लॉगिन होना पड़ता है। ये FTP को अधिक secure बनाता है।
  • FTP की मदद से आप multiple large फाइल आसानी से ट्रांसफर या अपलोड कर सकते है।
  • FTP सभी फाइल को organize कर देता है और नेटवर्क के ऊपर ट्रांसफर करने में मदद करता है।
  • यदि फाइल ट्रांसफर करते समय किसी कारण ट्रांसफर होना रुक जाता है तो उस फाइल को फिर से resume करके ट्रांसफर कर सकते है।
  • FTP का इस्तेमाल करना बहुत आसान है जिसके कारण इसका उपयोग अधिक किया जाता है।
  • आप directory या फाइल ट्रांसफर को schedule में सेट कर सकते है जो सेट किया हुआ समय के अनुसार automatic ट्रांसफर हो जाता है।
  • FTP में Auto backup की सुविधा मिलती है जो काफी उपयोगी होती है।

 

FTP के नुकसान (Disadvantages of FTP in Hindi)

  • FTP में फाइल ट्रांसफर के साथ encryption नहीं मिलती है जिसमें यूजरनेम और पासवर्ड plain text में होता है। इसकी वजह से डेटा हैक होने की संभावना बनी रहती है।
  • यह एक बहुत पुराना नेटवर्क प्रोटोकॉल है जो multiple TCP/IP connection का उपयोग करता है फाइल को ट्रांसफर करने के लिए।

 

निष्कर्ष (Conclusion) –

इस आर्टिकल में आपने FTP के बारे में जाना है। FTP का उपयोग एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर के बीच फाइल ट्रान्सफर करने के लिए किया जाता है।  FTP क्या है? को सरल भाषा में समझाने की कोशिश की है। उम्मीद है आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा। 

 

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