Joystick क्या है – Joystick के प्रकार और उपयोग | Joystick in Hindi

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हेल्लो दोस्तों आज हम इस आर्टिकल में Joystick के बारे में जानेंगे कि Joystick क्या है, Joystick कैसा डिवाइस है, Joystick के प्रकार, Joystick के तत्व और इतिहास के बारे में जानेग। जॉयस्टिक को वीडियो गेम खेलने में उपयोग किया जाता है। Joystick एक Input Device है। जॉयस्टिक कई प्रकार के होते है। इन सभी चीजो के बारे में हम इस आर्टिकल में जानेगे। 

Joystick क्या है
Joystick क्या है

 

Joystick क्या है? (What is Joystick in Hindi) – 

Joystick एक इनपुट डिवाइस होता है, जो आमतौर पर कंप्यूटर में गेमिंग एप्लीकेशन को नियंत्रित करने के लिए उपयोग किया जाता है और कभीकभी, ग्राफिक्स एप्लीकेशन में भी उपयोग किया जाता है। जॉयस्टिक को अक्सर वीडियो गेम को कण्ट्रोल करने के लिए उपयोग किया जाता है, और आमतौर पर इसमे एक या उससे अधिक पुशबटन होते है। जिनकी स्थिति को कंप्यूटर द्वारा भी पढ़ा जा सकता है। आधुनिक वीडियो गेम कंसोल पर उपयोग किए जाने वाले जॉयस्टिक आज का एक लोकप्रिय रूपान्तर एनालोंग स्टिक है।

Joystick का उपयोग क्रेन्र, ट्रक, पानी के भीतर मानव रहित वाहन, व्हीलचेयर,निगरानी कैमरे और शून्य मोड़ रेडियस लानमुवर जैसी मशीनों को कण्ट्रोल करने के लिए भी किया जाता है। मोबाइल फोन जैसे छोटे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के लिए छोटी उंगली से ऑपरेट करने के लिए Joystick को इनपुट डिवाइस के रूप में अपनाया गया है।

एक जॉयस्टिक जिसे कंट्रोल कॉलम के रूप में भी जाना जाता है, कई नागरिक और सैन्य विमानों के कॉकपिट के मुख्य कंट्रोल डिवाइस होता है। विमान की उड़ान के विभिन्न पहलुओं को कंट्रोल करने के लिए इसमें अक्सर अतिरिक्त स्विच होते हैं।

Keyboard की कुंजियो की तुलना में, यह अपने लचीले Movement के कारण जॉयस्टिक अधिक कंट्रोल प्रदान कर सकता है। विकलांग लोगों के लिए एक इनपुट डिवाइस के रूप में जॉयस्टिक अधिक फायदेमंद विकल्प हो सकता है। ट्रिगर के लिए स्टिक के सामने अधिकांश जॉयस्टिक में कम से कम एक बटन होता है और दूसरा बटन स्टिक के टॉप पर होता है। 

 

Joystick कैसा डिवाइस है – 

Joystick एक इनपुट डिवाइस है जिसे Commonly इस्तेमाल किया जाता है, वीडियो गेम्स को कंट्रोल करने के लिए। जॉयस्टिक में एक Base होता है और एक स्टिक होता है जिसे कि किसी भी दिशा में घुमाया जा सकता है।

जॉयस्टिक में Stick को Move किया जा सकता है, Slowly और Quickly वह भी सभी दिशाओं में अलग-अलग है Extent तक। कुछ जॉयस्टिक में Sticks होते हैं जिन्हें की Rotate किया जा सकता है बाएं से दाएं और और दाएं से बाएं और। चुकी एक Joystick flexible Movement प्रदान करता है Keyboard के Keys की तुलना में। 

जॉयस्टिक में काफी सारे बटन मौजूद होते है। ज्यादातर जॉयस्टिक में कम से कम एक बटन टॉप में होता है स्टिक के और दूसरा बटन होता है स्टिक के फ्रंट में ट्रिगर के लिए बटन होता है।

 

Joystick के प्रकार (Types of Joystick in Hindi) –  

जॉयस्टिक के पांच प्रकार होते है

  1. Digital Joystick 
  2. Paddle Joystick 
  3. Analog Joystick 
  4. PC Analog Joystick 
  5. Joypad 

 

Digital Joystick –

होम कंप्यूटर में सबसे आम जॉयस्टिक डिजिटल जॉयस्टिक है। इन जॉयस्टिक को अटारी टाइप जॉयस्टिक कहते है क्योंकि इन जॉयस्टिक को अटारी में 2600 वीडियो गेम में प्रजेंट किया गया था। इस जॉयस्टिक में 5 बटन उपलब्ध थे, जो उनमें से चार जॉयस्टिक दिशा (Up, Down, Right, Left) के बारे में बताते है।

यह जॉयस्टिक स्टैंडर्ड जॉयस्टिक थी। डिजिटल जॉयस्टिक Personal कंप्यूटर में उपयोग होने वाले Normal जॉयस्टिक है जो सरल, राइट, लेफ्ट, अप, डाउन और फायरिंग कमांड फॉर अप्लाई करती है। इन्हें “अटारी स्टाइल” डिजिटल Joystick भी कहा जाता है। Digital जॉयस्टिक में अधिक एक्स एक्ट कंट्रोल पॉसिबल है, फ्लाइट सिम्युलेटर प्रोग्राम में महत्वपूर्ण था।

Paddle Joystick –

पैडल जॉयस्टिक में गेम और एक फायरिंग बटन को कंट्रोल करने के लिए उपयोग किए जाने वाला एक बटन होता है। यह सबसे ट्रेडिशनल जॉयस्टिक में से एक है। यह एक Normal Controler है जिसमें एक बटन होता है जिसका उपयोग गेम को कंट्रोल करने के लिए किया जाता है।

Screen पर रैकेट को कंट्रोल करने के लिए पहले टीवी गेम के बाद से वीडियो गेम से पैदल कंट्रोल् का उपयोग किया गया था। पैडल कंट्रोल्स कंट्रोल के लिए Analog thayori का उपयोग करते हैं। इनमें बस एक कंट्रोलर में एक पोंटेशियोमीटर और बटन से मिलकर होते है।

Analog Joystick –  

एक एनालॉग जॉयस्टिक और पैदल जॉयस्टिक से प्रस्तुत दोनों कांसेप्ट को जोड़ती है। यह एक Digital जॉयस्टिक की तरह गेम को Control करते है, लेकिन पेडल जॉयस्टिक जैसे Movement को मापने के लिए पोंटेशिमीटर का उपयोग भी करते है। Apple, Amoeba, IBM PC में Analog जॉयस्टिक का उपयोग किया गया है, जिसमें केवल Analog जॉयस्टिक इनपुट थे। Analog जॉयस्टिक Digital रूप में इतने स्टैंडर्ड नहीं होते है। 

PC Analog Joystick – 

IBM (International Business Machines) ने सबसे पहले इस जॉयस्टिक को अपने Personal Computer के साथ प्रेजेंट किया था। यह एक प्रकार की साधारण Analog स्टाइल वाली जॉयस्टिक है। इस जॉयस्टिक में बहुत से बटन होते है जो Normal ही एक USB पोर्ट के माध्यम से Computer System से कनेक्ट होते है। जॉयस्टिक आजकल सबसे सामान्य Analog जॉयस्टिक टाइप Personal Computer Analog जॉयस्टिक है।

वर्तमान समय में कुछ निर्माताओं ने अपने इंटरफेस कार्ड में दो कनेक्टर लगाए और कुछ कार्ड निर्माताओ ने केवल एक Joystick इनपुट लागू किया। एक जॉयस्टिक इंटरफेस कार्ड को सरल और बहुत सस्ता बनाता है। आजकल ज्यादातर PC Digital जॉयस्टिक का उपयोग करते हैं। कुछ सामान्य PC Joystick Problem से बचने के लिए और गेम प्रोग्राम के लिए जॉयस्टिक के लिए फास्ट कंट्रोलिंग प्रोवाइड करने के लिए PC जॉयस्टिक कार्ड इंटरफ़ेस के माध्यम से कुछ और फैसिलिटी प्रोवाइड करते है। 

Joypad –

जॉयपैड्स स्टिक के बिना जॉयस्टिक के सामने ही है। इसके अलावा यह गेम को कंट्रोल करने के लिए एक डायरेक्शन पैड (D-Pad) अप्वॉइंट करते है। जॉयपैड्स पर बहुत से बटन होते है। जॉयपैड्स को थोड़ा स्‍लाइटली प्रिमिटिव माना जाता है, लेकिन यह अभी भी वीडियो गेम कंट्रोलर के रूप में उपयोग किए जाते है।

जॉयपैड्स को कभी-कभी गेमपैड भी कहते है। यह एक प्रकार का वीडियो कंट्रोलर है, जिसे दोनों हाथों से पकड़ा जाता है। जॉयपैड्स को पहली बार गेमिंग कंसोल के साथ पब्लिश किया गया था। जॉयपैड्स बहुत तेजी से गेमर्स के बीच लोकप्रिय हो गए। जॉयपैड्स का उपयोग कई प्रकार के गेम्स खेलने के लिए किया जाता है। 

 

Joystick के तत्व (Element of Joystick in Hindi) – 

जॉयस्टिक के मुख्यतः 8 तत्व होते है –

  • Stick (छड़ी)
  • Base (आधार)
  • Trigger (ट्रिगर)
  • Extra Button (अतिरिक्त बटन)
  • Auto Fire Switch (ऑटो फायर स्विच)
  • Throttle (थ्रॉटल)
  • Hat Switch (हैट स्विच)
  • Suctions Cups (सक्शन कप्स)

 

Joystick का इतिहास – 

  • जॉयस्टिक एक बहुत ही पुरानी डिवाइस है इसे सबसे पहले Robert Esnault Pelterie ने 20 वी सदी में बनाया था, वह एक फ्रांसीसी पायलेट थे।
  • Electricity की मदद से चलने वाले दो बटन का जॉयस्टिक 1994 में जर्मनी में बनाया गया था। 
  • कंप्यूटर में वीडियो गेम खेलने वाले जॉयस्टिक को 1972 में Ralph-H-Baer ने बनाया था।

 

Joystick के उपयोग (Use of Joystick in Hindi) –

काफी उद्योगों में जॉयस्टिक के उपयोग है जैसे कि क्रेन, एसम्बली लाइन, जंगल के उपकरण, खुदाई वाले ट्रक, एक्सलेटर आदि। जॉयस्टिक का इस्तेमाल काफी मात्रा में किया जा रहा है। इसने पुराने तरीके वाले लिवर को हटाकर हर जगह नए हाइड्रोलिक सिस्टम लगा दिए है। हालांकि जॉयस्टिक के लिए हमें UAV (Unmanned Aerial Vehicles) और ROV (Remotely Operated Vehicles) की और साथ ही साथ ऑन बोर्ड कैमरा, सेंसर की भी जरूरत पड़ती है। 

उद्योगों वाली जॉयस्टिक समान्य वीडियो गेम वाली जॉयस्टिक से काफी जटिल होती है और बड़े बड़े कामो में इस्तेमाल की जाती है। इसके बनने से हाल इफैक्ट में काफी फायदा हुआ था। हाल इफैक्ट की तकनीकी से ही उद्योगों वाले जॉयस्टिक को बनाया जाता है। दूसरी तकनीकी जो जॉयस्टिक को उद्योग के लिए बनाने की है वह है स्ट्रेन गेज। 

काफी छोटे और बड़े उद्योग जॉयस्टिक को बनाने का काम करते है। जॉयस्टिक के हैंडल की ग्रिप्स बनाने में भी इसका काफी इस्तेमाल होता है और यह जॉयस्टिक की क्षमता बनाने में काफी उपयोगी होते है। यदि ग्रिप अच्छी होगी तभी इसका इस्तेमाल अधिक किया जाएगा इसीलिए इसका भी महत्वपूर्ण काम है।

इसके रेट अलग-अलग होते हैं क्योंकि वीडियो गेम खेलने वाली जॉयस्टिक अलग-अलग रेट की होते है और उद्योगों में काम आने वाले जॉयस्टिक अलग रेट के होते है।

 

Joystick के फायदे (Advantages of Joystick in Hindi) – 

  • यह कंप्यूटर को चलाने और वीडियो गेम खेलने में काम आता है। 
  • यह शुरू के लोगों को आसानी से इस्तेमाल करने में उपयोगी होता है। 
  • इसके काम करने की क्षमता काफी अच्छी होती है। 
  • यह आसानी से चलाने के काम आता है। 
  • यह 3D तरीके से चलाने में भी काम आते हैं। 
  • यह रेसिंग और मिशन गेमों में काफी अच्छे से काम करते हैं। 

 

Joystick के नुकसान (Disadvantages of Joystick in Hindi) – 

  • हमें ऑन स्क्रीन पोइंटर को माउस के जैसे चलाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
  • कई बार इसको चलाने का तरीका स्क्रीन में दिख रहे कर्सर से काफी अलग होता है जिससे कि इसको चलाने में काफी परेशानी आती है।
  • अगर हम इसको चलाने में ज्यादा जोर लगाएं तो यह स्टिक टूट भी सकता है इसलिए हमें इसका सावधानी से इस्तेमाल करना चाहिए।
  • जॉयस्टिक के ज्यादा इस्तेमाल से हमारे हाथ में भी काफी दर्द हो सकता है।
  • इसमें बहुत तरह के हाथ के घुमाओ होते हैं इस वजह से कई बार हमें इसको चलाने में परेशानी होती है।

 

 

निष्कर्ष (Conclusion) – 

आज हमने Joystick के बारे में जाना है की जॉयस्टिक एक ऐसा डिवाइस है जो कंप्यूटर चलाने और वीडियो गेम खेलने के काम आता है और इसे चलाने में कोई भी Problem नहीं आती है। अगर आपका जॉयस्टिक से सम्बन्धित कोई question हो तो आप comment के जरिए इसके बारे में हमसे पूछ सकते है।

अगर आपको यह आर्टिकल ज्ञानवर्धक लगा और कुछ जानने या सिखने को मिला हो तो इसे अपने Friends और Social Media पर जरुर शेयर कर ताकि लोगो को भी इसके बारे में जानकारी प्राप्त हो सके। धन्यवाद !

 

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