USB क्या है? – USB के प्रकार और USB पोर्ट कैसे काम करता है

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आज हम USB के बारे में जानेंगे। USB क्या है, USB Ports Devices में कहां स्थित होता है, USB Ports Devices में कहां स्थित होता है, USB का इतिहास, USB के प्रकार, USB के लाभ और हानि आदि के बारे में जानेंगे।  

USB का फुल फॉर्म Universal Serial Bus अर्थात एक ऐसा पोर्ट जो विभिन्न डिवाइसेज को ओपन में Connect करने और उसके बीच Power और Data ट्रांसफर करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है यह दरअसल एक Industry Standard है जो विभिन्न Devices के बीच Connection स्थापित करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। 

इसे बहुत ही आसान भाषा में लिखा गया है। इसे आप पूरा पढ़िए यह आपको आसानी से समझ में आ जाएगा तो चलिए शुरू करते हैं …

 

USB
USB

 

USB क्या है? (What is USB) :- 

USB का फुल फॉर्म Universal Serial Bus अर्थात एक ऐसा पोर्ट जो विभिन्न डिवाइसेज को ओपन में Connect करने और उसके बीच Power और Data ट्रांसफर करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है यह दरअसल एक Industry Standard है जो विभिन्न Devices के बीच Connection स्थापित करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। 

आमतौर पर USB का उपयोग Computer से 12 उपकरणों (जैसे की Mouse, Keyboard, Printer, Scanner, Flash, Drive, Player,आदि) और जोड़ने के लिए किया जाता है साथ ही विभिन उपकरणों को चार्ज करने के लिए ही इसका व्यापक स्तर पर इस्तेमाल किया जाता है। जैसे की फोन, कैमरा, स्मार्ट वॉच, फिटनेस, पावर बैक, MP3 प्लेयर, वीडियो गेम्स, ब्लूटूथ स्पीकर आदि। USB एक Plug and Play डिवाइस है वह जो कलेक्ट करते है अपने आप काम करना शुरू कर देता है। 

 

USB Ports Devices में कहां स्थित होता है? (Where are USB Ports located in Devices) :- 

प्राय सभी modern computers में कम से कम एक USB port होता ही है, यहा पर कुछ एसे ही typical locations के बारे में मैंने बताया है जहां  कि आप एक computers में इन USB Port को locate कर सकते है।

Desktop Computer 

एक Desktop Computer में अक्सर 2 से 4 पोस्ट होती है सामने के तरफ और 2 से 8 पोस्ट होती है पीछे की तरफ। 

Laptop Computer 

एक Laptop Computer में उसके sides मेरे 1 से 4 पोस्ट स्थित होती है।

Tablet Computer 

अगर एक Tablet में USB port होता है तब यह अक्सर वही charging Port होता है।

Smartphone 

बहुत  कम Smartphone में USB port मह्जुद रहता है लेकिन बहुत सारे लोग USB port का इस्तेमाल अपने फोन को चार्ज करने के लिए करते हैं। 

USB पोर्ट कैसे काम करता है? (How does a USB port work) :-

  • आमतौर में Universal Serial Bus जिसको USB के रूप में जाना जाता है। USB का विशेष रुप से Laptop कंप्यूटर के साथ उपयोग किया जाता है इसमें सीमित मात्रा में कनेक्शन द्वारा उसने विस्तारित करने के लिए प्रदान किया गया है। 
  • USB Ports कनेक्शन को होस्ट कार्ड से लिंक करने में सक्षम है। 
  • इसके स्तर को बढ़ाने की आवश्यकता होती है।
  • USB उपकरणों को कंप्यूटर से जोड़ने की एक विधि है।
  • इसका interface से कनेक्शन करने में सक्षम बनते हैं। जिसका उपयोग कंप्यूटर कर सकता है।
  • USB को कई मामलों में कई वर्षों में technology में दुनिया को एक एकल charging कर सकता है। 
  • Connection उन्हें बदलने की प्रक्रिया आसानी और गति की प्रक्रिया है। 
  • यह अपनी न्यूज़ बना लो और कंप्यूटरों के बीच प्रभावशाली डेटा स्थानांतरित कर सकता है।  
  • USB device और USB port उपकरणों के लिए इसका उपयोग होता है। 
  • इसमें आप आसानी से Plug and play कार्य क्षमता की अनुमति दे सकते है। 
  • USB port ऑपरेटिंग सिस्टम से ओरिधीय उपकरणों को जोड़ने का एक तरीका है। 

 

USB Devices क्या है? (What is USB Device) :- 

USB Devices उन्हें कहा जाता है जो कि USB Technology का उपयोग अपने Operations को सुचारू रूप से करने के लिए करते हैं। 

आज के समय में हम लाखों USB Devices का इस्तेमाल कर रहे हैं जिसे हम अपने Computer के साथ Connect करके इसका उपयोग कर सकते हैं।

नीचे हम कुछ ऐसे ही USB Devices के बारे में बताने वाले हैं जिसका इस्तेमाल आप अपने दैनिक जीवन में रोज करते हैं। 

  • Digital Camera
  • External Drive 
  • Joystick 
  • Keyboard 
  • MP3 Player 
  • Microphone 
  • Mouse 
  • Printer 
  • Scanner 
  • Smartphone 
  • Tablet 
  • Webcam 

 

USB का इतिहास (History of USB) :-

USB को सबसे पहले साल 1996 में लांच किया गया था उसके बाद से अब तक USB के तकरीबन 6 वर्जन आ चुके हैं। 

USB 1.0 

USB Versions 1.0 का साल 1996 में जनवरी के महीने में लॉन्च किया गया था यह USB का सबसे पहला बर्जन था और इसकी स्पीड लगभग 1.5 Mbits थी। 

उस दौर में इतनी ज्यादा डिवाइस उपलब्ध नहीं थे और लोग फ्लोपी डिवाइस का इस्तेमाल करते थे इसलिए इसको ज्यादा इस्तेमाल नहीं किया गया था। 

USB 1.1 

इस USB का USB 1.0 के Launch होने के 2 साल बाद अर्थात साल 1998 में बाजार में लांच किया गया था। यह USB 1.0 से कई मामले में बहुत आगे था। 

USB 2.0 

इस USB 2.0 हो साल 2000 में अप्रैल के महीने में बाजार में लांच किया गया था इस USB को Inter, Microsoft, Compaq जैसे कंपनियों ने एक साथ मिलकर Develop किया था USB का बहुत ही सफल वर्धन माना जाता है।

क्योंकि आज भी ज्यादातर डिवाइस में इसी का इस्तेमाल किया जाता है आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस USB की डाटा ट्रांसफर करने की स्पीड 480 Mbps है और इसे 2.5V और 18A का Host से पेरिफेरल में Power भी सप्लाई कर सकते हैं। 

USB 3.1 

यह USB 3.1 को थोडा और improve करके बनाया गया था USB 3.1 है। इसको सन 2013 में लांच किया गया था इसके द्वारा 20V और 5a तक Power Supply कर सकते हैं।

इस USB की data transfer करने की स्पीड और ज्यादा बढ़ा दी थी USB 3.1 में 10Gbps की Speed से data को Transfer किया जा सकता है जो USB3.1 मेरे से लगभग दोगुनी होती है।

USB 3.2 को Device में  किसी भी तरह से लगाया जा सकता है इसको लगाते हैं उल्टा सीधा देखने की जरूरत नहीं होती है। 

 

USB के प्रकार (USB type)  :-

USB के तीन प्रकार होते हैं जिसमें सब की अपनी अपनी खासियत है USB types USB version से बिलकुल इदिपेदेट है मतलब की USB का type मतलब USB का कनेक्टर।

USB type A –

 USB type A USB आवाज सबसे ज्यादा use होने वाला कनेक्शन है यह हर कंप्यूटर या लैपटॉप में देखने को मिलता है यह रेक्टगुलर शेप में होता है और साइज में बड़ा होता है इसे आप अपनी चार्जिंग केबल में अपने pendrive में या अपने कंप्यूटर में देख सकते हैं इसका एक मिनी version भी होता है जिसको प्रिंटर और कैमरा में USB किया आता है यह स्टेंडर्ड version से साइज में छोटा होता है। 

USB type B –

USB type B बहुत कम इस्तेमाल किया जाता है इसे Printer, Modem, Scanner में use किया था लेकिन एक माइक्रो version भीम पुल बंद है जो काफी ज्यादा use होता है जैसा इसमें छोटा होता है इसलिए हमारी मोबाइल फोन में भी चार्जिंग के लिए इस्तेमाल किया जाता है। 

USB type C –

यह USB बहुत ही Invative होता है और यह साइड में भी छोटा होता है इस USB के जरिए कैमरा, MP3 प्लेयर और बाकी सभी छोटे डिवाइस को कंप्यूटर अर्थात लैपटॉप से जोड़ा जाता है। 

आप इस USB का इस्तेमाल किसी भी साइड से कर सकते हैं चलिए अब आपको बताते हैं कि USB मिनी कनेक्शन और माइक्रो USB कनेक्शन क्या होता है। 

Mini USB connector –

हम अपने मोबाइल को Charge रहने के लिए अर्थात मोबाइल से डाटा को ट्रांसफर करने के लिए जिस कनेक्टर का इस्तेमाल करते हैं उसे ही Mini USB connector के नाम से जाना जाता है। 

यह टाइप प्रकार का connector होता है और इसे ज्यादा छोटा होने की वजह से Mini USB कंप्यूटर कहा जाता है।  

Micro USB connector –

इस कनेक्टर का पुराने Digital Camera  मैं किया जाता है और कुछ मोबाइल कंपनिया भी इस प्रकार के connector का इस्तेमाल करती है 

यह type A  प्रकार का कनेक्टर  होता है।

 

USB के लाभ (Advantage of USB) :-

इसे बहुत ही आसानी से इस्तेमाल किया जाता है।

इसका इस्तेमाल करके हम अपनी कंप्यूटर से अपने मोबाइल में डाटा अर्थात फाइल को ट्रांसफर बड़ी आसानी से कर सकते हैं।

USB मल्टीपल उपकरणों के लिए सिंगल इंटरफेस होता है।

यह portable होता है जिसके कारण हम इसे अपने साथ आसानी से कहीं भी लेकर जा सकते हैं।

हम इसी आशा के किसी भी डिवाइस से कनेक्ट कर सकते हैं और इसे आसानी से डिस्कनेक्ट कर सकते हैं।

इसका साइज काफी कम होता है।

इसी डाटा ट्रांसफर करने की स्पीड काफी अच्छी होती है।

ताकि इसकी कीमत भी काफी सस्ती होती है और यह पावर सप्लाई भी कम लेता है।

 

USB की हानि (Disadvantage of USB) :-

USB 3.0 की डाटा ट्रांसफर करने की स्पीड 5gbps  तक है जो गीगाबिट इथारनेट बहुत कम है।

Cable की लंबाई काफी कम होती है।

इसकी अधिकतम लंबाई 5 मीटर तक ही रहता है।

इसकी लंबाई कम होने के कारण कभी-कभी जब यह कंप्यूटर के साथ जोड़ा जाता है तब इसकी इस्तेमाल करना थोड़ा मुश्किल होता है। 

 

निष्कर्ष (conclusion) :-

इस आर्टिकल में आज हमने USB के बारे में जाना। इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आप किसी भी USB  पोर्ट को देखते ही पहचान लेंगे कि वह कौन सी पोर्ट है।

उम्मीद है कि यह जानकारी आपके लिए काफी उपयोगी साबित होगी। अगर यह आर्टिकल आपको पसंद आया है तो इस आर्टिकल को आप अपने दोस्तों में जरूर शेयर करें।और ऐसी ही ज्ञानवर्धक जानकारियों के लिए Rivntech साइट पर जाएं। धन्यवाद !

 

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