SATA Hard Disk क्या है? – SATA Hard Disk के फायदे और नुकसान | SATA Hard Disk in Hindi

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हेल्लो दोस्तों इस आर्टिकल में आप SATA Hard Disk के बारे में जानेंगे। SATA Hard Disk क्या है?, SATA Hard Disk का इतिहास, SATA Hard Disk के फायदे और नुकसान आदि के बारे में जानेंगे। इसके साथ ही SATA केबल के प्रकार के बारे में जानेंगे।

SATA Hard Disk क्या है?
SATA Hard Disk क्या है?

यदि आप SATA Hard Disk के बारे में सब कुछ विस्तार से जानना चाहते है तो ये article आपके लिए काफी useful होने वाला है इसलिए आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें …

 

SATA Hard Disk क्या है? (What is SATA Hard Disk in Hindi) –

SATA का पूरा नाम Serial Advanced Technology Attachment है। आज के अधिकतर कंप्यूटर और लैपटॉप में आपको इस प्रकार की हार्ड डिस्क मिलेगी। एक Pata Hard Disk के मुकाबले SATA Hard Disk का डाटा ट्रांसफर रेट अधिक होता है। इसकी गति 150 MB/s से 600 MB/s तक हो सकती है। यह कई मायनो में पुरानी हार्ड डिस्क ड्राइव से बेहतर है। 

इन हार्ड डिस्क में PATA की तुलना में पूरी तरह से अलग कनेक्टर का उपयोग किया जाता है। उनके लिए IDE के मुकाबले एक अलग पावर एडोप्टर की भी जरूरत होती है हालांकि एडेप्टर आसानी से उपलब्ध होते हैं। इस हार्ड डिस्क में डाटा ट्रांसफर के लिए Serial Communication तकनीक का सहारा लिया गया है जिसके कारण यह डाटा को एक sequence में ट्रांसफर करता है।

इसकी अधिकतम डाटा ट्रांसफर स्पीड 600 MB/s तक होती है। इसमें डाटा कम्युनिकेशन के लिए SATA Cable का उपयोग किया जाता है जिसके कनेक्टर में केवल 7 Pin होती है। यह कम बिजली खर्च करता है जिसकी वजह से जल्दी गर्म नहीं होता है।  

 

SATA Hard Disk का इतिहास (History of SATA Hard Disk in Hindi) –

SATA Hard Disk को 2005 में पेश किया गया था। 2010 में इसे तीन आधारों से बने सात कनेक्टर के साथ डाटा केबल का उपयोग करने के लिए अपडेट किया गया था और प्रत्येक छोर पर wafer connectors के साथ चार एक्टिव दो जोड़ी डेटा लाइनें थी। 

 

SATA Hard Disk के फायदे (Advantages of SATA Hard Disk in Hindi) –

इसके फायदे निम्न है –

  • इसमें डाटा ट्रांसफर करने की गति काफी तेज होती है। यह आसानी से 150 से 600 MB प्रति सेकंड डाटा को ट्रांसफर कर सकता है।
  • यह अन्य हार्डवेयर की तुलना में कम बिजली की खपत करता है जिसके कारण इसका उपयोग करने के लिए ज्यादा बिजली की जरूरत नहीं पड़ती है।
  • SATA हार्ड डिस्क के cable बहुत ही पतले और सपाट होते हैं, जिसके कारण यह केबल कम जटिल होते हैं। इसलिए इन्हें मैनेज करना आसान होता है।
  • इस डिस्क में काम आने वाली केबल का उपयोग USB फ्लैश ड्राइव के रूप में भी किया जा सकता है। 

 

SATA Hard Disk के नुकसान (Disadvantages of SATA Hard Disk) –

इसके नुकसान निम्न है –

  • इस केबल का उपयोग करने के लिए विशेष ड्राइव की जरूरत पड़ती है। 
  • यह हार्ड डिस्क Windows 95 और 98 ऑपरेटिंग सिस्टम को सपोर्ट नहीं करती है यानि windows 95 और 98 ऑपरेटिंग सिस्टम में Sata का उपयोग नहीं किया जा सकता है।
  • SATA केबल एक समय में केवल एक ड्राइव को ही कनेक्ट कर पाता है जबकि PATA केबल एक समय में एक से ज्यादा ड्राइव को कनेक्ट कर सकता है।

 

SATA केबल के प्रकार (Types of SATA Cable in Hindi) –

SATA Cable के निम्न प्रकार है –

  1. SATA Data Cables
  2. SATA Power Cable
  3. Micro SATA
  4. SATA Bracket
  5. SATA Bridge
  6. E-SATA
  7. Low Profile SATA

 

 

निष्कर्ष (Conclusion) –

यह आर्टिकल SATA Hard Disk क्या है? आपके लिए ज्ञानवर्धक एवं उपयोगी साबित होगा। आपको इस आर्टिकल में SATA Hard Disk के बारे में पूरा अच्छे से बताया गया है जिसमें आपने इसके बारे में जाना है और इससे जुड़े प्रश्नों के उत्तर भी जानने को मिले होंगे। हम उम्मीद करते हैं कि यह पोस्ट आपको बहुत पसंद आया होगा और आपको इससे कुछ नया सीखने को मिला होगा।

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