डेटाबेस लैंग्वेज क्या है – Database Languages in Hindi

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हेल्लो दोस्तों आज हम बात करेंगे डेटाबेस लैंग्वेज क्या है के बारें में दोस्तों अगर आपको नही पता है Database Languages क्या है database language konsi hoti hai तो हम आपको इसके सभी प्रकार विस्तार पूर्वक आसान भाषा में बताने जा रहें है तो आप इस आर्टिकल को पूरा अंत तक जरुर पढ़े..

डेटाबेस लैंग्वेज क्या है - Database Languages in Hindi
डेटाबेस लैंग्वेज क्या है – Database Languages in Hindi

 

डेटाबेस लैंग्वेज क्या है – Database Languages in Hindi – 

Database में डेटा को पढ़ने, डेटा को संग्रहित करने, और अपडेट करने के लिए जो लैंग्वेज उपयोग होती है वही database language कहलाती है। डेटाबेस लैंग्वेज का इस्तेमाल DBMS में डेटा को क्रिएट, मैनेज और डिलीट करने के लिए किया जाता है। कहने का मतलब डेटा के साथ कम्यूनिकेट करने के लिए ही डेटाबेस लैंग्वेज आवश्यक है।

 

डेटाबेस लैंग्वेज के प्रकार – Types of Database Languages in Hindi – 

Database language के निम्न प्रकार है –

डेटाबेस लैंग्वेज के प्रकार - Types of Database Languages in Hindi
डेटाबेस लैंग्वेज के प्रकार – Types of Database Languages in Hindi

 

DML – Data Manipulation Language –

डेटा को एक्सेस और मनीपुलेट (Manipulate) करने के लिए किया जाता है। यूजर द्वारा आ रही रिक्वेस्ट को डी एम एल हैंडल करती है। डी एम एल का पूरा नाम डेटा मनीपुलेसन लैंग्वेज होता है।

DML Commands – 

  • INSERT – टेबल में डेटा को इन्सर्ट करवाने के लिए इन्सर्ट command का इस्तेमाल किया जाता है।
  • SELECT – इसका इस्तेमाल डेटा को पुनः प्राप्त करना (retrieve) या लाना (fetch) करने के लिए किया जाता है।
  • UPDATE – टेबल में दिए गए डेटा को अपडेट करने के लिए ही इस command का उपयोग होता है।
  • DELETE – टेबल में मोजूद सारे रिकॉर्ड को डिलीट करने के लिए इसका इस्तेमाल होता है।
  • LOCK TABLE – इसका प्रयोग संगामिति (Concurrency) को control करने के लिए किया जाता है।
  • CALL – Java Subprogram और SQL function को बुलाने (Call) करने के लिए इसका use होता है।
  • MERGE – merge command डेटा इन्सर्ट, अपडेट और डिलीट तीनो कार्य कर सकती है।

 

DDL – Data Definition Language – 

इसका उपयोग database में इंडेक्स, स्कीमा, कंसट्रेंट आदि क्रिएट करने के लिए किया जाता है इसके अलावा मेटाडेटा की इनफार्मेशन स्टोर करने के लिए भी ddl का use होता है। डी डी एल का पूरा नाम डेटा डेफिनिशन लैंग्वेज होता है।

DDL Commands – 

  • CREATE – Database में ऑब्जेक्ट को बनाने (create) करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है।
  • DROP – Database में दिए गए ऑब्जेक्ट्स को रिमूव करने के लिए ड्राप का उपयोग होता है।
  • ALTER – अगर database के स्ट्रक्चर में changement करनी हो तो आल्टर का इस्तेमाल किया जाता है।
  • COMMENT – डेटा डिक्शनरी में कमेंट करने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है।
  • RENAME – Object के name को change करने के लिए रीनेम command का उपयोग होता है।
  • TRUNCATE – एक टेबल में दिए गए डेटा को डिलीट करने के लिए truncate इस्तेमाल होता है।

 

इन्हें भी पढ़े –

  1. DBMS क्या है DBMS के प्रकार और कार्य की पूरी जानकारी | DBMS In Hindi
  2. डेटाबेस स्कीमा क्या है
  3. डेटाबेस यूजर्स क्या है?
  4. डेटा इंडिपेंडेंस क्या है
  5. DBMS के लाभ
  6. Characteristics Of DBMS In Hindi
  7. डेटा मॉडल क्या है?
  8. इंस्टैंस क्या है
  9. डेटाबेस इंटरफ़ेस क्या है

 

DCL – Data Control Language – 

DCL का यूज़ यूजर के privileges (विशेषाधिकारो) को control करने के लिए किया जाता है। यूजर को database का एक्सेस देने और लेने के लिए भी dcl का उपयोग होता है।

DCL Commands – 

  • GRANT – इसका यूज़ यूजर को database का access देने के लिए किया जाता है।
  • REVOKE – इसमें यूजर को दिए गए database के access को वापिस ले लिया जाता है।

 

TCL – Transaction Control Language – 

Database की transactions को manage करने के लिए TCL का इस्तेमाल होता है टी सि एल का पूरा नाम ट्रांसजेक्सन कंट्रोल लैंग्वेज है।

TCL Commands – 

  • COMMIT – transaction को डेटा में save रखने के लिए कमिट कमांड प्रयोग में लायी जाती है।
  • ROLL BACK – old database को रिस्टोर करने के लिए इसका इस्तेमाल होता है।

 

VDL – View Definition Language – 

इसके द्वारा रिकार्ड्स के सबसेट को define करने के लिए किया जाता है, और यूजर व्यू व उनकी मैपिंग को conceptual schema में वर्णित (specify) करने के लिए किया जाता है। 

वर्चुअल टेबल को बनाने के लिए भी vdl का उपयोग होता है और इससे यूजर को व्यू conceptual level जैसा दीखता है। वी डी एल का पूरा नाम व्यू डेफिनिशन लैंग्वेज है और यह यूजर इंटरफ़ेस को वर्णित भी करता है।

 

SDL – Storage Definition Language – 

दो स्कीमा के बिच मैपिंग को specify करने के लिए SDL वर्क में लायी जाती है। इंटरनल स्कीमा को वर्णित करने के लिए ही इसका इस्तेमाल होता है एस डी एल का पूरा नाम स्टोरेज डेफिनिशन लैंग्वेज है।

 

निष्कर्ष (Conclusion) –

इस आर्टिकल में हमने डेटाबेस लैंग्वेज क्या है के बारे में बताया है जिसमे हमने आपको डेटाबेस लैंग्वेज के प्रकार DML, DCL, DDL, TCL, VDL, SDL इन सभी के बारे में विस्तार से और आसान भाषा में समझाया है।

अगर आपको यह आर्टिकल डेटाबेस लैंग्वेज क्या है ज्ञानवर्धक लगा और कुछ जानने या सिखने को मिला हो तो इसे अपने friends और social media पर जरुर share करे ताकि लोगो को भी इसके बारे में इनफार्मेशन मिल सके। Thanks to all… Love & Regards

 

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