पंच कार्ड क्या है? – पंच कार्ड एक पेपर कार्ड होते जिनमे कंप्यूटर डेटा और निर्देशों को स्टोर करने के लिए हाथ या मशीन द्वारा छेद किए जा सकते हैं। Punch Card शुरुआती कंप्यूटरों में डेटा इनपुट करने के लिए उपयोग किए जाने वाले साधन थे।
आज हम पंच कार्ड क्या है?, पंच कार्ड कैसे काम करता है,पंच कार्ड की परिभाषा, पंच कार्ड का इतिहास, पंच कार्ड कौनसा डिवाइस है आदि के बारे में विस्तार से जानेगे इसलिए इस आर्टिकल को अंत तक जरुर पढ़े ….
पंच कार्ड क्या है? (What is Punch Card in Hindi) –
Punch Card एक प्रकार का सख्त व कठोर कागज का कार्ड होता है,जिसका उपयोग किसी Statement and Data को Store करने के लिए किया जाता है और इन पंच कार्ड में डिजिटल डाटा को भी स्टोर किया जाता है। Punch Card को IBM Card और होलेरिथ कार्ड भी कहा जाता है।
Punch Card में digital data को store करने के लिए Punch Card में कुछ छोटे-छोटे छेद का प्रयोग किया जाता है। पंच कार्ड में किए हुए इन छेद को Punch Hole कहा जाता है। इस कार्ड में 80 Column और 12 Row होती है और इन सभी Row तथा Column का प्रयोग अलग-अलग प्रकार के अंकों तथा अक्षरों के प्रयोग के लिए किया जाता है।
अंको और शब्दों के अनुसार ही Punch Card में Punch Holes किया जाते है और Punch Holes को सही तरह से करने के लिए मशीन का प्रयोग किया जाता है। बीसवीं शताब्दी तक Punch Card का प्रयोग बहुत अधिक होता था लेकिन बाद में इनका प्रयोग कम हो गया था।
1960 के दशक में Storage Device के आने के कारण अब पंच कार्ड का प्रयोग कम हो चुका है क्योंकि Punch Card में Data Store करने की क्षमता बहुत कम होती थी। Punch Card का कार्य बहुत Slow था और नए Storage Device में यह सभी कार्य जल्दी होने लगे। इन सभी स्टोरेज डिवाइस की कार्य क्षमता पंच कार्ड से बहुत फास्ट होती थी इस कारण पंच कार्ड का प्रयोग 1960 के बाद बहुत कम हो गया। कुछ वोटिंग मशीनो में आज भी पंच कार्ड इस्तेमाल होता है।
पंच कार्ड की परिभाषा (punch card definition in hindi) –
परिभाषा – पंच कार्ड एक सख्त व कठोर कागज से बना हुआ कार्ड होता है जिसमे हम डिजिटल डाटा को रखते हैं। Punch Card मे जगह-जगह कुछ छेद होते हैं जिनकी मदद से यह कार्ड डाटा को रखता है।
कई कंपनीयों और होटल में यह कार्ड गेट आदि को खोलने के काम में भी लिया जाता है, इसको मशीन में डाला जाता है उसके बाद ही वह गेट खुलता है।
पंच कार्ड कैसे काम करता है? –
पंच कार्ड में किया हुआ हर छेद किसी ना किसी Digits and Characters को Represent करता है और इन छेद के सही Position के कारण इन कार्ड को Read किया जाता था।पंच कार्ड मशीन के द्वारा डाटा को छेदों के माध्यम से पंच कार्ड में डाला जाता है और इसमे काफी कैरक्टर भी होते हैं जो डाटा रखने में काम आते हैं। जैसे ही कार्ड पूरा हो जाता है और रिटर्न के बटन को दबा देते हैं वैसे ही कार्ड में पूरा डाटा और जानकारी स्टोर हो जाती है। Punch Card मे वही data store होता है जो की Punch Card वाले program की मदद से लिखा जाता है।
पंच कार्ड को पढ़ने या उसके प्रोग्राम को पढ़ने के लिए पहले Punch Card Reader में उस कार्ड को लगाना पड़ता है, Reader की मदद से ही डाटा को कम्प्युटर में पढ़ा जाता है। पंच कार्ड का उपयोग करने वाले उपयोगकर्ताओं के डर में से एक पंच कार्ड को छोड़ देना था। यदि यह कार्ड गिर गया या खराब हो गया तो कार्यक्रम को वापस क्रम में लाने में दिन या सप्ताह लग सकते हैं और कुछ मामलों में program को वापस क्रम में लाना संभव नहीं था।
पंच कार्ड का इतिहास (History of Punch Card in Hindi) –
पंच कार्ड का इस्तेमाल 1725 से हो रहा हैं। जोसेफ मैरी जैक्वार्ड ने 1800 के दशक में रेशम में बुने हुए स्व-चित्र बनाने के लिए पंच कार्ड का उपयोग किया था। इसके बाद इस तरह के कार्ड को शिमोन कोर्साकोव ने 1832 में डाटा को स्टोर और सर्च करने के लिए इसका इस्तेमाल किया था।
इसके बाद 1890 में हर्मन होलेरिथ (Herman Hollerith) ने मशीन के द्वारा पंच कार्ड में डाटा को स्टोर करने और रिकॉर्ड करने का एक नया तरीका निकाला। हर्मन होलेरिथ का यह तरीका इतना सक्षम था की इसे अमेरिका की जनगणना में डाटा को रखने के लिए इस्तेमाल किया गया। उसके बाद उन्होंने एक कंपनी का निर्माण किया जिसे आज हम आईबीएम (IBM) के नाम से जानते हैं।
पंच कार्ड का इस्तेमाल क्यों किया जाता है? (Why are punch card used) –
पहले के कम्प्युटर आज के कंप्यूटरों की तरह फाइलो को स्टोर करने मे सक्षम नहीं थे। यदि आपको कोई डाटा फाइल या प्रोग्राम बनाना होता है तो केवल एक ही तरीका होता था जिससे की उस डाटा को अलग-अलग कंप्यूटर में पढ़ा जा सके वह Punch Card होता था। इसके बाद जैसे ही अन्य स्टोरेज डिवाइस का विकास हुआ तो Punch Card का इस्तेमाल कम हो गया।
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निष्कर्ष (Conclusion) –
आज हमने पंच कार्ड क्या है? के बारे में जाना है। हमने आपको पंच कार्ड क्या है? के बारे में अधिक से अधिक जानकारी देने की कोशिश की है तथा सरल शब्दों में समझाने की कोशिश की है। मुझे उम्मीद है आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और कुछ नया सीखने या जानने को मिला होगा। अगर आपको आर्टिकल ज्ञानवर्धक लगा हो तो आप इसे अपने दोस्तों और अन्य लोगो के साथ share करें ताकि लोगो को भी इसके बारे में जानकारी प्राप्त हो सके। धन्यवाद !
FAQ – What is Punch Card in Hindi
Q.1 पंच कार्ड का दूसरा नाम क्या है?
Ans. Punch Card का दूसरा नाम IBM Card और होलेरिथ कार्ड भी है।
Q.2 पंच कार्ड की खोज कब हुई थी?
Ans. 1801 में जोसेफ मैरी जैक्वार्ड द्वारा पंच कार्ड का आविष्कार किया गया था। 1890 में हर्मन होलेरिथ (Herman Hollerith) ने मशीन के द्वारा पंच कार्ड में डाटा को स्टोर करने और रिकॉर्ड करने का एक नया तरीका निकाला।
Q.3 क्या पंच कार्ड आज भी इस्तेमाल होते हैं?
Ans. Punch Card 1900 में डाटा को स्टोर करने के लिए इस्तेमाल किया जाता था लेकिन अन्य स्टोरेज डिवाइस के विकसित होने पर 1960 में इसे हटा दिया था। आज के समय में इसका बहुत कम इस्तेमाल किया जाता है।
Q.4 क्या पंच कार्ड इनपुट डिवाइस हैं?
Ans. नहीं, पंच कार्ड अपने आप में इनपुट डिवाइस नहीं हैं। लेकिन पंच कार्ड रीडर को एक इनपुट डिवाइस माना जाता है क्योंकि यह पंच कार्ड से डेटा लेता है और कंप्यूटर को भेजता है।
Q.5 पंच कार्ड पर कितना डाटा स्टोर किया जा सकता है?
Ans. एक एकल पंच कार्ड में केवल 80 बाइट्स की जानकारी संग्रहीत कर सकते है।
Q.6 पंच कार्ड का इस्तेमाल कब बंद हुआ?
Ans. पंच कार्ड 1890 के दशक से 1970 के दशक के अंत तक डेटा भंडारण और प्रसंस्करण की प्राथमिक विधि के रूप में उपयोग किए गए थे। बाद में अन्य स्टोरेज डिवाइस के आने से इनका इस्तेमाल बंद हो गया।