DVD क्या है – DVD के प्रकार, विशेषताए, फायदे और DVD कैसे काम करती है | DVD in Hindi

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DVD क्या है?, DVD के प्रकार, DVD की विशेषताएं, DVD के फायदे, CD और DVD में क्या अंतर है?, DVD कैसे काम करती है

DVD क्या है? – जब इंटरनेट का प्रचलन नहीं था तब डीवीडी के बारे में आपने जरुर सुना होगा। एक समय पर DVD बहुत अधिक Popular थी, लगभग सभी के पास DVD देखने को मिल जाती थी लेकिन वर्तमान में इसका इस्तेमाल बहुत कम होता है।

DVD क्या है? डीवीडी के प्रकार, CD और DVD में क्या अंतर है, DVD की विशेषताएं, DVD में कितना Data Store किया जा सकता है, DVD के फायदे और डीवीडी कैसे कार्य करती है आदि के बारे में जानेगे। बहुत सारे लोगों के मन में DVD क्या है? को लेकर अनेक प्रशन हैं जिनके बारे में भी जानेगे इसलिए इस आर्टिकल को अंत तक जरुर पढ़े ….

DVD क्या है?
DVD क्या है?

 

DVD क्या है? (What is DVD in Hindi) – 

DVD का पूरा नाम digital video disk या digital versatile disk है । DVD एक optical disk तकनीक है जिसका प्रयोग बहुत बड़े amount के data को store करने के लिए किया जाता है ।कुछ DVDs का प्रयोग audio तथा video को स्टोर करने के लिए किया जाता है जबकि कुछ DVDs का प्रयोग software तथा computer files को स्टोर करने के लिए किया जाता है ।

डीवीडी को 1995 में panasonic, philips, तथा toshiba ने मिलकर विकसित किया था

डीवीडी की storage capacity (क्षमता) 4.7 GB से लेकर 17.08 GB तक होती है । इसकी single-sided, single layer की क्षमता 4.7 GB होती है तथा single-sided, double layer की क्षमता 8.5 GB होती है, double-sided, single layer में 9.4 GB तथा double-sided, double layer में इसकी क्षमता 17.08 GB तक होती है।

DVD में CD की तुलना में अधिक मात्रा में data को store कर सकते है । इसमें MPEG-2 compression का प्रयोग किया जाता है। डीवीडी का weight (वजन) 16 g(ग्राम) तक होता है। इसका ज्यादातर प्रयोग movies को स्टोर करने के लिए किया जाता है। इसमें हम 2 घंटे की high quality मूवी को store कर सकते है। एक डीवीडी में बहुत सारीं layers होती है जो कि plastic की बनी होती है और प्रत्येक लेयर की thickness 1.2 mm (मिलीमीटर) होती है।

DVD के प्रकार (Types of DVD in Hindi) –

DVD क्या है के बारे में जानने के लिए इसके प्रकार के बारे में जानते है। DVD को भी CD की भांति तीन भागों में विभाजित किया जाता हैं और विभाजन का यह कार्य भी इनके कार्य करने के तरीकों में भिन्नता के आधार पर किया जाता हैं जो निम्न प्रकार हैं –

  1. DVD-ROM
  2. DVD-R
  3. DVD-RW

1. DVD-ROM (Read Only Memory) –

इसके अंतर्गत आप डाटा को सिर्फ पढ़ या देख सकते हैं। इसमें आप अपनी आवश्यकता अनुसार write नहीं कर सकते। इसलिए इसे DVD-ROM के नाम से जाना जाता है ।

2. DVD-R (Recordable) –

यदि आप डिजिटल वर्सटाइल डिस्क का उपयोग किसी डाटा को रिकॉर्ड करने के लिए करते हैं, तो उसे सामान्यतः DVD-R के नाम से जाना जाता हैं। इस प्रकार की disc का सर्वाधिक उपयोग फ़िल्म क्षेत्र में music को रिकॉर्ड करने के लिए किया जाता हैं।

3. DVD-RW (Rewritable) –

DVD के इस प्रकार में आप डाटा को लिख और पढ़ दोनों सकते हैं और अनावश्यक डाटा को delete कर सकते हैं। delete किये गए डाटा से प्राप्त storage में अतिरिक्त डाटा स्टोर कर उसे उपयोग में ला सकते हैं।

DVD की विशेषताएं

DVD की प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित हैं –

  • DVD की स्टोरेज क्षमता 4.7 GB से लेकर 17.08 GB तक होती है ।
  • DVD अधिकतम 133 मिनट तक High Quality विडियो चला सकता है ।
  • DVD में दोहरी परतें होती हैं, DVD की परत के अनुसार ही इसकी स्टोरेज क्षमता होती है ।
  • DVD में MPEG 2 कम्प्रेशन का इस्तेमाल किया जाता है जिसके कारण इसकी विडियो Quality बेहतर होती है ।
  • DVD का Resolution बहुत अधिक होता है. लगभग 2 मिलियन Pixel ।
  • DVD 8 भाषाओं में Sound Track कर सकता है ।

 

DVD के फायदे –

DVD के अनेक सारे फायदे होते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख फायदों के बारे में हमने आपको नीचे बताया है:–

  • DVD में डेटा स्टोर करने की क्षमता CD की तुलना में बहुत अधिक होती है ।
  • DVD में डेटा को स्टोर करना बहुत आसान है ।
  • DVD में High Quality Video को स्टोर किया जा सकता है ।
  • DVD एक पोर्टेबल स्टोरेज डिवाइस है, जिसे आप कहीं भी ले जाकर इस्तेमाल कर सकते हैं ।
  • DVD कीमत में भी सस्ती होती है ।

DVD में कितना Data Store किया जा सकता है? –

किसी भी डीवीडी के डाटा स्टोर करने की क्षमता अलग अलग होती है और उसी के अनुसार वह डाटा स्टोर करती है, जिसे आप निम्न आधार पर समझ सकते है।

  • Single Sided, Single Layer DVD में 4.7GB तक के डाटा को स्टोर करके रख सकते हैं।
  • Single Sided, Double Layer DVD में 8.5GB से 8.7GB तक का डाटा स्टोर कर सकते हैं।
  • Double Sided, Single Layer DVD में 9.4GB तक का डाटा स्टोर कर सकते हैं।
  • Double Sided, Double Layer DVD में 17.08GB तक का डाटा स्टोर कर सकते हैं।

परंतु Double Sided, Double Layer DVD की उपलब्धता Market में कम ही देखने को मिलती हैं।

 

DVD कैसे काम करती है? –

अब अगर बात करे की डीवीडी कैसे कार्य करता है तो यह बहुत ही सिंपल प्रोसेस है। जिस प्रकार आपके मोबाइल में मेमोरी कार्ड काम करता है। जिस प्रकार आप अपने मोबाइल में मेमोरी कार्ड डालकर उसमे उपस्थित Songs सुन सकते है या Video देख सकते है ठीक उसी प्रकार आप डीवीडी प्लेयर में भी डीवीडी डालकर उसमे उपस्थित डाटा को अपने टेलीविज़न या कंप्यूटर, लैपटॉप के माध्यम से आसानी से देख सकते है।

अगर आपने देखा हुआ है तो आपको पता होगा आपके Dish के Setup Box की तरह ही एक DVD Player आता है जिसे आप अपने टीवी से कनेक्ट करके डीवीडी डाटा को देख सकते है।

 

CD और DVD में क्या अंतर है? –

अभी तक ऊपर हमने जाना की DVD क्या है? अगर आपने ऊपर दी गयी सारी चीजे ध्यान से पढ़ी है तो आपको CD और DVD के बीच क्या अंतर है इसके बारे में पता चल गया होगा। अगर आपको अब भी CD और DVD क्या होता है और इसमें क्या अंतर है इसको समझने में में कोई Confusion है तो अब हम आपको इनके बीच के कुछ महत्वपूर्ण अंतर नीचे बताने जा रहे है।

S.NOCDDVD
1.एक सीडी की स्टोरेज क्षमता 700 एमबी है।जबकि डीवीडी का स्टोरेज क्षमता  4.7 जीबी से 17 जीबी है।
2.सीडी में, रिकॉर्डिंग या धातु की परत डिस्क के शीर्ष पर स्थित है।डीवीडी में, रिकॉर्डिंग या धातु की परत डिस्क के बीच में स्थित है।
3.सीडी में केवल सिंगल पिट लेयर है।जबकि डीवीडी में पिट्स की दोहरी परतें हैं।
4.सीडी में, सर्पिल के छोरों के बीच 1.6 माइक्रोमीटर का स्थान है।डीवीडी में, सर्पिल के छोरों के बीच 0.74 माइक्रोमीटर स्थान है।
5.एक सीडी में पिट्स बीच 0.834 माइक्रोमीटर जगह है।जबकि यह इसमें पिट्स के बीच 0.4 माइक्रोमीटर का स्थान रखता है।
6.सीडी में, CIRC और EFMP को Error सुधार कोड के रूप में उपयोग किया जाता है।डीवीडी में, RS-PC और EFMplus को त्रुटि सुधार कोड के रूप में उपयोग किया जाता है।
   
7.सीडी में डेटा ट्रांसफर दर 1.4 एमबी से 1.6 एमबी / सेकंड है।जबकि डीवीडी में, डेटा ट्रांसफर दर 11 एमबी / सेकंड है।
8.सीडी में चैनल बिट की लंबाई 300 नैनोमीटर है।जबकि डीवीडी में चैनल बिट की लंबाई 113 नैनोमीटर है जो सीडी की चैनल बिट लंबाई से कम है।
9.सीडी का संख्यात्मक एपर्चर 0.45 है।जबकि डीवीडी का न्यूमेरिक एपर्चर 0.6 है.
10.सीडी की मोटाई 1.2 मिमी है।जबकि डीवीडी की मोटाई 0.6 मिमी है।

 

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निष्कर्ष (Conclusion) –

आज हमने DVD क्या है? के बारे में जाना है। हमने आपको DVD क्या है? के बारे में अधिक से अधिक जानकारी देने की कोशिश की है तथा आपको सरल से सरल शब्दों में समझाने की कोशिश की है। डीवीडी का उपयोग Computer Software, Movies, Music, Videos, Education related data, Applications आदि प्रकार के डाटा को स्टोर करने के लिए किया जाता हैं और स्टोर डाटा में हम अपनी आवश्यकता अनुसार परिवर्तन भी कर सकते हैं। अगर आपको डीवीडी से सम्बंधित कोई सवाल पूछना चाहते है तो आप Comments के जरिए हमसे पूछ सकते है।

मुझे उम्मीद है आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और कुछ नया सीखने या जानने को मिला होगा। अगर आपको आर्टिकल ज्ञानवर्धक लगा हो तो आप इसे अपने दोस्तों और अन्य लोगो के साथ share करें ताकि लोगो को भी इसके बारे में जानकारी प्राप्त हो सके। धन्यवाद !

 

Q.1 DVD का फुल फॉर्म क्या है?

Ans. DVD का फुल फॉर्म Digital Versatile Disc है।

Q.2 DVD का आविष्कार किसने किया?

Ans. DVD को 1995 में Toshiba, Panasonic और Philips जैसी टेक कंपनियों ने मिलकर बनाया था।

Q.3 DVD किस प्रकार का Device है?

Ans. DVD एक ऑप्टिकल स्टोरेज डिवाइस है।

Q.4 DVD का उपयोग क्यों किया जाता है?

Ans. DVD का इस्तेमाल कंप्यूटर में High Quality Video को स्टोर करने के लिए किया जाता है।

Q.5 DVD की स्टोरेज क्षमता कितनी होती है?

Ans. DVD की स्टोरेज क्षमता इसके लेयर पर निर्भर करती है क्योकि एक Double Side Double Layer DVD की स्टोरेज क्षमता 17.8 GB तक होती है जो कि DVD की अधिकतम स्टोरेज क्षमता है।

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