Analog Computer क्या है – प्रकार, उपयोग और उदाहरण | Analog Computer in Hindi

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दोस्तों, आज हम आपको Analog Computer क्या है? के बारें में पूर्ण जानकारी देने वाले है। दोस्तों सबसे पहले आपको पता होना चाहिए कंप्यूटर के प्रकार कौन कौनसे है, कंप्यूटर के 3 प्रकार है  – Analog Computer, Digital Computer, Hybrid Computer अब यहाँ प्रश्न उठता है की Analog Computer क्या है?

तो चलिए विस्तार से जानते है एनालॉग कंप्यूटर के बारें में आप इस आर्टिकल को पूरा पढ़े ताकि आपको analog से रिलेटेड सारी जानकारी मिल सके।

Analog Computer क्या है? Analog computer in hindi
Analog Computer क्या है? Analog computer in hindi

 

Analog Computer क्या है (Analog Computer in Hindi) –

Analog Computer वो होते है जो (Physical quantities) भौतिक मात्रा को मापने के लिए काम में लिए जाते है। इनकी मैमोरी छोटी होती है और इन्हें किसी स्पेशल वर्क के लिए बनाया गया है। वैसे इनकी स्पीड कम होती है analog कंप्यूटर में एक डंडी (Needle) लगी होती है जो रिजल्ट्स दिखाती है यूजर को आउटपुट देना ही इसका काम होता है।

Analog computer में analog डेटा को process किया जाता है। इन कंप्यूटरो को frequency, electric current, resistance को मापने के लिए उपयोग में लिया जाता है। अगर सरल सब्दो में कहा जाये तो analog कंप्यूटर द्वारा भौतिक क्रिया को मापा जाता है। जैसे – लम्बाई, चौड़ाई, गति, तापमान और दाब आदि को मापा जाता है।

Analog का मतलब अनुरूप होता है इसमे लगातार changement होते रहते है। कहने का मतलब इसके रिजल्ट्स में बदलाव होता रहता है। इसी कारण ये स्टिक जवाब नहीं दे पता लेकिन स्टिक रिजल्ट के आस पास ही रिजल्ट्स प्रदान कर देता है। इसलिए बोला जा सकता है की analog computer के परिणामो की शुद्धता कम हो सकती है।

Basically analog computer का उपयोग science and Technology में होता है। अभी के समय टेक्नोलॉजी काफी आगे बढ़ चुकी है इस करण analog computer का प्रचलन कम होने लगा है।

 

Analog Computer के प्रकार (Types of Analog Computer in Hindi)

एनालॉग कंप्यूटर के 5 प्रकार के बारे में निचे विस्तार से बताया गया है।

Slide Rule – 

स्लाइड रूल एक analog computer है जो william oughtred के द्वारा 17वी शताब्दी में विकसित किया गया था। यह कंप्यूटर स्टिक परिणाम नहीं दिखाता लेकिन लगभग इसके आसपास दिखा देता है जो अनुमानित रिजल्ट ही होता है। शुरू में इसका इस्तेमाल गुणा, भाग करने के लिए किया जाता था। अर्थात इससे कैलकुलेशन भी की जा सकती है।

The Castle Clock – 

इसे पुरानी घड़ी कहा जा सकता है। यह time दिखाने के साथ साथ other काम भी कर सकती थी। इसका अविष्कार Ismail al- Jazari के द्वारा 13वी शताब्दी के पहले दशक में किया गया था। सबसे पुराने analog computer की बात की जाये तो इस घड़ी का नाम आता है।

Differential Analysers – 

यह कंप्यूटर analog का ही एक प्रकार है और यह अवकल समीकरण (differential equations) को हल कर सकते है। इस कंप्यूटर को harold hazen और vannevar bush द्वारा 1980 के दशक में बनाया गया था। यह कंप्यूटर बाकि analog कंप्यूटर से बड़ा होता है। और ये रिलाएबल कंप्यूटर है।

Electronic Analog Computers –  

इनको चलाने के लिए नेटवर्क कॉम्पोनेन्ट का इस्तेमाल किया जाता है जैसे – ट्रांजिस्टर, इंडिकेटर, कैपेसिटर, रेसिस्टर आदि। पहले के समय में जो कंप्यूटर थे उनमे वैक्यूम ट्यूब लगाई गयी थी वो लाइट ज्यादा खर्च करते थे और बहुत ज्यादा भारी भी थे।

अगर इन कंप्यूटरो को रेगुलर मैनेज न किया जाये तो इन्हें संभालना बहुत मुश्किल हो जाता है। इन कंप्यूटर का उपयोग आर्मी की टेक्नोलॉजी में किया जाता है।

  • Mechanical Analog Computers – 

यह उन कंप्यूटर की केटेगरी में आते है जो कैलकुलेशन जैसे गुणा भाग करते है इनके device example है जैसे – कैलकुलेटर, क्लॉक, आदि।

 

Analog Computer के उदाहरण

Analog computer के निम्नलिखित उदहारण निचे दिए गए है।

Analog Computer के उदाहरण
Analog Computer के उदाहरण

 

  • Analog clock
  • Speedometer
  • Weight machine
  • Voltmeter
  • Thermometer
  • Seismometer
  • Odometer 

 

Analog Computer के उपयोग –

  • उच्च और निम्न दाब या तापमान मापने के लिए analog computer का उपयोग किया जाता है।
  • किसी वाहन की जब हम गति को देखना चाहते है और वाहन में लगे मीटर में हमें स्पीड दिखाई जाये इसके लिए उपयोग किया जाता है।
  • बड़ी बड़ी कैलकुलेशन जैसे भाग या गुणा करने के लिए जो उपकरण होते है वो analog computer में शामिल है।
  • Time देखने के लिए किसी घड़ी का उपयोग करते है तो वो घड़ी analog कंप्यूटर है।
  • जब भी हमे खुद का वेट मापना हो उसके लिए जो Weight machine होती है analog ही होती है उसका उपयोग किया जाता है।

 

Analog Computer की विशेषताए –

  1. इनको कई प्रकार के स्पेशल कार्य करने के लिए बनाया गया है।
  2. ये कंप्यूटर मात्रा मापने और संख्याओ को मापने का करता है।
  3. इसमें मैमोरी छोटी होती है, यानिकी इसे जितनी जरुरत पड़े उतनी ही होती है
  4. इनका परिणाम हमें तुरंत प्राप्त होता है क्युकी इनमे कोई कठिन कार्य नही होता है।
  5. इनका उपयोग तापमान, दाब, साउंड, स्पीड आदि को मापकर यूजर को रिजल्ट्स शो करता है।
  6. ये कंप्यूटर स्टिक रिजल्ट नही दे पाते लेकिन अनुमानित रिजल्ट होते है जिनसे हमें फायदा तो होता ही है।
  7. Analog computer एक वक्त में सिर्फ एक ही वर्क को पूरा कर पाते है।

 

Analog computer के लाभ –

  • ये तेजी से रिजल्ट्स देता है।
  • इसकी कैलकुलेशन की स्पीड भी ज्यादा होती है।
  • यह कम बैंडविड्थ का इस्तेमाल करता है।
  • यह डाटा में आ रही समस्या को प्रदर्शित कर सकता है।
  • रेगुलर use आने वाले analog कंप्यूटर सस्ते ही मिल जाते है।
  • इनको उपयोग में लेना आसान होता है।
  • ये आकार में छोटे भी होते है।

 

Analog computer के नुकसान –

  • ये एक्यूरेट रिजल्ट्स नही दे पाते है। अनुमानित रिजल्ट्स ही प्रदर्शित करते है।
  • इसमें बहुत ज्यादा डाटा स्टोर नही किया जा सकता क्युकी इनकी मैमोरी छोटी होती है।
  • Analog कंप्यूटर के रिजल्ट्स स्टिक नही होते है।
  • यह कम विश्वसनीय होता है लोगों में।
  • यह लाइट की खपत भी ज्यादा करता है।
  • इनको मेंटेन करना मुश्किल होता था पहले क्युकी ये आकर में बड़े होते थे।

 

Analog और Digital कंप्यूटर में क्या अंतर है?

Analog ComputerDigital Computer
Analog कंप्यूटर भोतिक मात्रा को मापता है।डिजिटल कंप्यूटर तार्किक और अंक गणितीय गणना करता है।
इनसे कुछ स्पेशल कार्य किये जाते है।इनसे बहुत से अलग अलग कार्य किये जा सकते है, ये मल्टीप्ल वर्क करने में सक्षम है।
यह continue वैल्यू पर काम करते है।ये डिस्क्रीट वैल्यू पर काम करते है।
इनका उपयोग विज्ञानं और इंजीनियरिंग में होता है।इनका उपयोग लगभग हर जगह किया जाने लगा है।
इस कंप्यूटर की मैमोरी बहुत छोटी होती है लिमिट का ही डाटा डाला जा सकता है।इसमें आप बहुत सारा डाटा डाल सकते है और जरुरत के अनुसार मैमोरी को बढ़ा भी सकते है।
इसके उदहारण – clock, speedmeter, thermometer आदि है।इसके उदहारण – laptop, mobile, camera, digital watch आदि है।

 

इन्हें भी पढ़े –

निष्कर्ष (Conclusion) –

आज हमने Analog Computer क्या है? के बारे में जाना है। हमने आपको Analog computer के प्रकार,उपयोग, फायदे नुकसान के बारे में बताया है। अगर आपको Analog Computer क्या है? से सम्बन्धित कोई भी प्रश्न हो तो आप हमसे कमेंट करके भी पूछ सकते है।

मुझे उम्मीद है आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और कुछ नया सीखने या जानने को मिला होगा। अगर आपको यह आर्टिकल ज्ञानवर्धक लगा हो तो आप इसे अपने Friends के साथ एवं Social Media पर भी Share करें ताकि उनको भी इसके बारे में जानकारी प्राप्त हो सके। धन्यवाद !

 

FAQ – एनालॉग कंप्यूटर क्या है?

Q1 – एनालॉग कंप्यूटर क्या है समझाइए?

Ans- Analog Computer वो होते है जो (Physical quantities) भौतिक मात्रा को मापने के लिए काम में लिए जाते है। इनकी मैमोरी छोटी होती है

Q2 – एनालॉग कंप्यूटर का उदाहरण क्या है?

Ans- Analog computer के उदाहरण –
Analog clock
Speedometer
Weight machine
Voltmeter
Thermometer

Q3 – एनालॉग कंप्यूटर कितने प्रकार के होते हैं?

Ans- एनालॉग कंप्यूटर के 5 प्रकार –
Slide Rule
The Castle Clock
Differential Analysers
Electronic Analog Computers
Mechanical Analog Computers

Q4 – एनालॉग कंप्यूटर का उपयोग कौन करता है?

Ans- उच्च और निम्न दाब या तापमान मापने के लिए, किसी वाहन की गति को देखना, बड़ी बड़ी कैलकुलेशन जैसे भाग या गुणा करने के लिए, Time देखने के लिए किसी घड़ी का उपयोग करते है तो इनके लिए analog computer का उपयोग किया जाता है।

Q5 – एनालॉग कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया था?

Ans- Massachusetts Institute of Technology में एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर वन्नेवर बुश (1890-1974) ने 1930 के दशक में पहला आधुनिक एनालॉग कंप्यूटर बनाया था।

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