Antivirus क्या है – प्रकार, विशेषताएं और कैसे काम करता है | What is Antivirus in Hindi

5/5 - (3 votes)

एंटीवायरस का नाम तो आप सभी लोगों ने लगभग सुना होगा क्योकि Antivirus computer के लिए बहुत महत्वपूर्ण software है जो आपके computer की हानिकारक virus से सुरक्षा करता है। virus एक प्रकार का प्रोग्राम होता है जो किसी भी सिस्टम में घुसकर उसमें मौजूद डाटा को नष्ट कर देता है। हमारे सिस्टम में मौजूद डाटा को चोरी कर लेता है जो कि हम बिल्कुल भी नहीं चाहते हैं। इन सभी से बचने के लिए एक प्रोग्राम का इस्तेमाल किया जाता है जिसे एंटीवायरस कहते हैं।

Antivirus क्या है
Antivirus क्या है

 

Antivirus क्या है – What is Antivirus in Hindi

Antivirus एक Program है। यह एक ऐसा software होता है जो computer में छिपे हुए virus प्रोग्राम को ढूंढ निकालता है और उसको कंप्यूटर से delete कर देता है।

एंटीवायरस computer को spyware और adware से भी प्रोटेक्शन देता है। इन सभी प्रोग्राम को आपके computer से detect करके delete कर देता है। virus  भी एक प्रोग्राम ही होता है। एंटीवायरस computer में मौजूद प्रत्येक फाइल को स्कैन करता और virus को ढूंढ कर खत्म कर देता है। 

computer में अनेक प्रकार के हानिकारक virus घुस जाते हैं जैसे email, विज्ञापनों, internet surfing, data sharing आदि प्रकार से जो computer के लिए हानिकारक है। 

यह virus आपके पर्सनल डाटा को चुराते हैं और महत्वपूर्ण फाइलों को डिलीट कर देते हैं। एंटीवायरस computer में घुसे हुए virus का पता लगाता है और उसे डिलीट कर देता है। आज के समय में लगभग सभी लोग एंटीवायरस का इस्तेमाल करते हैं। एक पर्सनल computer में एंटीवायरस का होना बहुत जरूरी होता है।

 

Antivirus कैसे काम करता है? –

एंटीवायरस computer में network के द्वारा आने वाली सभी फाइल और कोड को स्कैन करता है। software बनाने वाली कंपनियां पहले से ज्ञात virus और malware का डाटा एंटीवायरस software में compile कर देती है।  

एंटीवायरस को virus का पता लगाना, फ्लैग करना और निकालना सिखाती है। जब आप फाइल को computer से भेजते या प्राप्त करते हैं तो एंटीवायरस virus को खोजने के लिए फाइलों को स्कैन करता है और उनकी तुलना अपने डेटाबेस में करता है। डेटाबेस से समान मिलने वाली फाइलों को एंटीवायरस स्कैन करके डिलीट कर देता है।

 

Antivirus के प्रकार (Types of Antivirus in Hindi) –

एंटीवायरस के प्रकार की बात करें तो ज्यादातर लोग तीन प्रकार के एंटीवायरस का प्रयोग करते हैं जो निम्न है –

Antivirus के प्रकार
Antivirus के प्रकार

Anti-Virus –

अगर आपके पास एक घरेलू computer है जिसका उपयोग आप बहुत कम करते हैं। इसके साथ ही उस पर आप internet का इस्तेमाल भी कम ही करते हैं। इस तरह के computer के लिए साधारण एंटीवायरस का उपयोग करना चाहिए यह आपके सिस्टम को security, performance, simple-file को सुरक्षा प्रदान करता है।

Internet Security –

इस प्रकार के एंटीवायरस में आपको security, performance, simplicity के साथ साथ है पैसे और privacy की भी सुरक्षा मिलती है। अगर आप computer पर internet का इस्तेमाल अधिक करते हैं और internet banking का भी इस्तेमाल करते हैं तो आपको internet security एंटीवायरस का प्रयोग करना चाहिए।

Total Security –

इस प्रकार के एंटीवायरस में आपको online और offline दोनों security मिलती है। total security antivirus में security, performance, simplicity, privacy PC, Mac, Mobile, password और file protection option मिलते हैं जिसकी सहायता से आप अपने सिस्टम को fully secure कर सकते हैं।

 

Antivirus की विशेषताएं (Features of Antivirus in Hindi) – 

Full System Scanning –

एंटीवायरस के लिए कोई नया अपडेट आता है तो उस वक्त इस फीचर का उपयोग करना सबसे उपयोगी होता है। जब नया अपडेट आता है तो उसमें नए virus को पहचानने की क्षमता होती है तो इस अपडेट को अगर आप पूरे सिस्टम पर स्कैन करके अप्लाई कर देते हैं तो  आपके computer में कोई virus है तो पता चल जाएगा।

Background Scanning –

अगर आप कोई software पर काम करते हैं और उसमें दिक्कत आती है तो आप एंटीवायरस प्रोग्राम को बैकग्राउंड में चला सकते हैं जिससे सिस्टम तो सुरक्षित होता ही है साथ में हमें काम करने में भी परेशानी नहीं होती है।

Antivirus Upgrades –

आज की दुनिया में नए-नए computer virus बनते जा रहे हैं इसलिए computer में एंटीवायरस प्रोग्राम को अपडेट करना जरूरी है। इसके लिए आप automatic अपडेट सेटिंग को चालू कर सकते हैं।

On-Demand Scan –

अगर आप अपने computer में किसी भी एक या एक से अधिक फाइल, फोल्डर या ड्राइव कोई स्कैन करना चाहते हैं तो आप उन फाइल या फोल्डर को अलग से भी स्कैन कर सकते हैं।

Scheduled Scanning –

computer में virus स्कैन के कार्यक्रम को schedule कर सकते हैं जो कि डिवाइस के restart और boot होने पर automatic active हो जाएगा।

Email Shield –

इसके माध्यम से email में आने वाले मेल्स स्कैन होते हैं। अगर उनमें किसी भी तरह के virus होते हैं तो हमें सूचित करता है।

Web Shield –

यह आपको internet इस्तेमाल करते इसमें डाउनलोड या ब्राउजिंग करते वक्त संभावित या संदेहजनक हमलों से बचाता है।

Antivirus Technical Support –

सभी एंटीवायरस software में technical support की सुविधा होती है जिसके माध्यम से आप उस software से संबंधित समस्याओं के निराकरण के लिए जानकारी साझा कर सकते हैं।

 

Antivirus का इतिहास (History of Antivirus in Hindi) –

सर्वप्रथम Ray Tomlinson ने 80 के दशक के अंत में The Reaper नाम का पहला एंटीवायरस बनाया था जो क्रीपर वायरस को नष्ट करने के लिए बनाया गया था।

क्रीपर वायरस के आने के बाद अनेक प्रकार के वायरस कंप्यूटर में आने लगे। इंटरनेट की लोकप्रियता जैसे-जैसे बढ़ने लगी इन वायरस की तादाद भी काफी संख्या में बढ़ने लगी थी।

वायरस की अधिकता को देखकर Andreas Luning और Kai Phasee ने पहले एंटीवायरस प्रोडक्ट का निर्माण किया जिसका नाम Virus Scan था और इस एंटीवायरस की कंपनी का नाम McAfee था।

इस प्रोडक्ट के बाद एंटीवायरस बनाने वाली कंपनियों की संख्या भी बढ़ती गई। आज के समय में अनेक सारी एडवांस एंटीवायरस बनाने वाली कंपनियां है। 

 

Computer में Antivirus को कैसे Install करे? –

जब भी आप किसी भी कंप्यूटर में एंटीवायरस को इंस्टॉल करते हैं तो सबसे पहले आप जो भी एंटीवायरस online या offline मार्केट से खरीदते हैं जिसमें आपको एक एंटीवायरस software की CD या DVD तथा Activation Key मिलती है। 

इसके बाद आपके द्वारा खरीदी गई एंटीवायरस पर पैकेज में CD या DVD जो भी हो उसको अपने सिस्टम के DVD Drive में लगाकर पहले एंटीवायरस सॉफ्टवेयर इंस्टॉल कर लें।

इसके अलावा आप जिस कंपनी का एंटीवायरस खरीदते हैं, उस कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट के माध्यम से भी आप उस एंटीवायरस का setup file डाउनलोड करके इंस्टॉल कर सकते हैं।

जब आपका एंटीवायरस सॉफ्टवेयर इंस्टॉल हो जाए तब internet के माध्यम से एंटीवायरस रजिस्टर्ड करके एक्टिवेट करें इस दौरान आपसे Activation Key भी मांगी जाएगी तो आपके जो आपके एंटीवायरस पैकेज में साथ में आती है। Activation Key कंप्लीट करने पर आपका सॉफ्टवेयर काम करने के लिए तैयार है। 

 

Antivirus को Update करना क्यों जरूरी है? – 

आए दिन नए-नए वायरस देखने को मिलते है अर्थात् virus भी बनते रहते है। नए वायरस के अटैक से बचने के लिए एंटीवायरस को update करना जरूरी है। एंटीवायरस को update करने से latest definition files भी स्टोर हो जाएगी और नए वायरस को identify और block करने में आसानी होगी।

 

Best Antivirus List – 

  • AVG
  • Trend Micro HouseCell
  • Avira
  • Bitdefender
  • Avast
  • Malwarebytes Anti-Malware
  • Panda Free Antivirus
  • Lavasoft Ad-Aware
  • eScan Antivirus Toolkit
  • ZoneAlarm Free Antivirus 
  • Bitdefender Antivirus Free Edition
  • 360 Total Security
  • Comodo
  • CheckPoint ZoneAlarm Free Antivirus + Firewall
  • Microsoft Windows Defender
  • Guardian Total Internet Security
  • McFee Virus Protection
  • Webroot Secure Anywhere
  • Norton Antivirus Basic
  • F-Secure Antivirus SAFE
  • ESET NOD32 Antivirus 

 

Antivirus के फायदे (Advantages of Antivirus in Hindi) – 

  • एंटीवायरस आपके डाटा को सुरक्षित रखता है। computer से कोई भी आपके डाटा को internet से नहीं चुरा सकता है।
  • इसके इस्तेमाल करने पर आप कोई भी software आराम से डाउनलोड कर सकते हैं।
  • कोई भी virus से आपके computer को नुकसान करने से पहले यह अपनी प्रतिक्रिया उसके ऊपर कर उसे नष्ट कर देता है।
  • अगर आपके पास एंटीवायरस paid है तो यह आपके online transaction को भी सुरक्षित करता है।
  • आपका सिस्टम कभी hang या slow नहीं होता है।
  • System software और Application software बहुत Smooth Run होते हैं।
  • Processing स्पीड बढ़ जाएगी और कभी system crash नहीं होता है।
  • Hard Disk के Corrupt होने की संभावना बहुत कम होती है। 

 

Antivirus के नुकसान (Disadvantages of Antivirus in Hindi) – 

  • एंटीवायरस इस्तेमाल करने से computer की स्पीड कम हो जाती है। हमारे computer में अनेक फाइल होती है जब भी हम किसी फाइल को open करते हैं तो एंटीवायरस पहले उसे स्कैन करता है जिससे फाइल खुलने में समय लगता है।
  • एंटीवायरस की सबसे बड़ी कमी यह होती है कि यह आपके computer को पूरी तरह से सिक्योर नहीं कर पाता है। सभी एंटीवायरस में कोई ना कोई कमी रह जाती है वह आपके computer को सभी एरिया में स्कैन नहीं कर पाते हैं। 
  • एंटीवायरस को हर साल अपडेट करने के लिए पैसे खर्च करने पड़ते हैं। 

 

 

निष्कर्ष (Conclusion) – 

आज के इस आर्टिकल में हमने Antivirus के बारे में जाना है। हम सभी जानते हैं कि आज टेक्नोलॉजी का जमाना है और इस टेक्नोलॉजी की दुनिया में hackers की संख्या काफी बढ़ती जा रही जो किसी ना किसी तरह से सिस्टम में वायरस का प्रवेश कराकर उस सिस्टम में मौजूद पर्सनल डाटा को चुरा लेते हैं इसलिए आज हर सिस्टम में एंटीवायरस का इस्तेमाल बहुत जरूरी होता है।

इस आर्टिकल में हमने Antivirus क्या है? के बारे में विस्तार से बताया है। उम्मीद करता हूं कि आपको यह जानकारी अच्छी लगी होगी और पसंद आयी होगी। अगर यह आर्टिकल आपको अच्छा लगा तो हो तो इसे सोशल मीडिया पर अपने दोस्तों के साथ भी शेयर जरूर करें। धन्यवाद !

 

About Team Rivn Tech

दोस्तों हम Rivn Tech Editor Team है , हमारा हर प्रयास यही रहेगा कि आपको Computer, Mobile, Latest Technology and Tips & Tricks के बारे में नवीनतम जानकारी प्रदान की जाए और नए-नए तरीकों के बारे में आपको बताया जाएगा, आपकी समस्याओं का समाधान किया जाएगा

Leave a Comment