One Time Password (OTP) क्या हैं? – OTP के प्रकार, उपयोग और फायदे | OTP in Hindi

5/5 - (1 vote)

OTP आया क्या?

एक OTP आएगा।

अरे! OTP का इंतजार कर रहा हूं ।

आपने भी यह शब्द जरूर सुने होंगे अगर आपने इन पर गौर किया होगा की तीनों वाक्यों में एक शब्द कॉमन है वह है OTP. इसे One Time Password भी कहा जाता है।

आजकल ज्यादातर काम हम ऑनलाइन ही कर लेते हैं जैसे Online Transaction हो, Mobile Recharge, खरीदारी के बाद Pay करना हो या फिर हम किसी प्रकार का Online Account खोलते हैं तो उसमें भी ओटीपी  का इस्तेमाल अवश्य किया जाता है। ओटीपी ज्यादातर मैसेज के जरिए ही भेजा जाता है क्योंकि सभी Mobile Handset  में Message की सुविधा जरूर होती है।

OTP
OTP

 

तो चलिए जान लेते हैं कि ओटीपी क्या है? और इसका इस्तेमाल क्यों किया जाता है और ओटीपी कैसे/कहां से आता है। साथ ही हम इसके फायदे क्या है इसके बारे में जानेंगे तो इसलिए इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें…

 

OTP क्या है? (What is OTP in Hindi) –

OTP का मतलब One Time Password होता है, जिसे One Time Pin के नाम से भी जाना जाता है। यह किसी कंप्यूटर या डिजिटल डिवाइस के लिए वो पासवर्ड होता है, जिसे केवल एक ही बार इस्तेमाल किया जा सकता है। ओटीपी में 4 से 8 अंक का एक सिक्योरिटी कोड होता है जो आपके Registered Mobile Number पर SMS के रूप में भेजा जाता है।

इसे सीक्रेट कोड भी कह सकते हैं जो केवल एक बार ही प्रयोग किया जा सकता है। जब हम Net banking से Online Shopping करते हैं, तब ATM card से पेमेंट करते समय हमें अपने Registered mobile number पर एक OTP Password मिलता है जिसको डालने के बाद ही हम अपने Card से पेमेंट कर सकते हैं।

ओटीपी कोड Numeric या Alphanumeric हो सकता है। इस ओटीपी की एक समय सीमा होती है जो 5 मिनट से 30 मिनट के बीच वैद रहती है। इस समय सीमा के बाद यह code expire हो जाता है और एक नया code generate करना पड़ता है। ओटीपी Verification की विधि है जिससे यह Proof होता है कि जिस काम के लिए ओटीपी आ रहा है वह काम आप ही कर रहे हैं कोई और तो नहीं।

परंपरिक पासवर्ड आधारित ऑथेंटिकेशन की तुलना में ओटीपी तेज तथा सुरक्षित है। विभिन्न प्रकार के कार्यों के लिए ओटीपी द्वारा 2-Step-Authentication किया जाता है। यह तरीका यूजर तथा संस्था दोनों के लिए एक दूसरे को जांचने का बेहतरीन साधन है। 

 

OTP का इस्तेमाल क्यों किया जाता है –

ओटीपी एक password है जो normal password जो पासवर्ड यूजर अपना account बनाते वक्त create करते हैं उन से बिल्कुल अलग और safe होता है। दुनिया का तकनीकी क्षेत्र में विकास होने के साथ-साथ इंटरनेट और कंप्यूटर का उपयोग कुछ लोग गलत कामों के लिए भी करने लगे थे। ऐसे गलत कामों को साइबर अपराध कहा जाता है। अतः ऐसे साइबर अपराधों को कम करने के लिए ओटीपी का इस्तेमाल किया जाता है।

आज कल सभी banks, बहुत सारे e-commerce website और online recharge करने वाले वेबसाइट ने ओटीपी का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है जिससे उनके user का account सुरक्षित रह सके। ओटीपी आपके अकाउंट को safe रखता है और आपके banking और personal details को चोरी होने से बचाता है।

यह ओटीपी आपको सर्विस प्रोवाइड कराने वाली कंपनी के द्वारा OTP Message के माध्यम से या फिर voice call से या आपके मेल पर send किया जाता है, जिससे कंपनी को यह clear हो जाता है की यूजर एक Authorized User है इससे यूजर का अकाउंट पूरी तरह से सुरक्षित रहता हैं।

 

OTP कैसे व कहां से आता है –

सभी डिवाइस के लिए कुछ Authentication होते हैं जिनके अंतर्गत हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर होते हैं जो हमारे ओटीपी को क्रिएट करने तथा हम तक पहुंचने का काम करते हैं।

OTP code जनरेट करने के लिए Algorithms का उपयोग किया जाता है इसमें दो Input का उपयोग होता है। पहला Seed और दूसरी Static Value होती है जो कभी बदलती नहीं है। यह उस वक्त जनरेट होती है जिस वक्त नया अकाउंट बनाया जाता है इसके अलावा moving factor बदलती है इसलिए हमें हर बार एक नया ओटीपी मिलता है।

  • इसमें Authenticator server और client के बीच time synchronization के आधार पर OTP short period के लिए valid होता है।
  • Mathematical Algorithm के आधार पर नया पासवर्ड जनरेट किया जाता है।

 

OTP के प्रकार (Types of OTP) –

OTP मुख्यतः तीन प्रकार की होती है –

  1. SMS OTP –  इस प्रकार का ओटीपी आपके Mobile पर SMS के द्वारा भेजा जाता है।
  2. Voice Calling OTP –  यह एक कंप्यूटर जनित कॉल होती है जिसमें आपको voice के माध्यम से OTP Code बताया जाता है।
  3. E-Mail OTP –  आपको OTP e-mail के माध्यम से भी भेजा जाता है।

 

OTP का उपयोग (Use of OTP) –

ओटीपी का इस्तेमाल सबसे ज्यादा net banking में online transactions करने के लिए किया जाता है। Google ने भी user के account को और भी सुरक्षित बनाने के लिए OTP Security का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। पैसों का लेन-देन करते समय पुष्टिकरण के लिए मोबाइल में ओटीपी भेजा जाता है।

Use of OTP
Use of OTP

ऑनलाइन शॉपिंग करते समय भुगतान की प्रक्रिया को पूरा करते समय मोबाइल नंबर पर ओटीपी भेजा जाता है जिससे हम ऑनलाइन सुरक्षित पेमेंट कर सकते हैं।

 Whatsapp में भी लॉग इन करते समय मोबाइल में SMS के जरिए एक ओटीपी आता है। ओटीपी को लागू करने के बाद ही हम उस में लॉग इन कर पाते हैं। Google Account में भी 2-Step-Verification लागू कर दिया गया है जिससे आपके Google Account में आपके अलावा कोई और लॉग इन या Changes नहीं कर सकता है।

 दैनिक जीवन में अनेकों कार्य जैसे – नया सिम कार्ड खरीदते समय रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओटीपी मैसेज भेजा जाता है ताकि सिम कार्ड का प्रमाणीकरण हो जाए और ग्राहक की पहचान बीते भी साबित हो जाए।

जब हम Computer या mobile से किसी Website अथवा App में लॉग इन करते समय यदि हम पासवर्ड भूल जाते हैं तो रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओटीपी प्राप्त कर नया पासवर्ड सेट कर सकते हैं। यह ओटीपी वास्तविक यूजर की पहचान साबित करने के उद्देश्य से ही भेजा जाता है।

ओटीपी का उपयोग Reactivation के लिए भी किया जाता है अर्थात लंबे समय बाद यदि कोई user किसी App या Website में लॉग इन करता है तो यूजर की सिक्योरिटी के लिए एक ओटीपी भेजा जाता है जिससे वेबसाइट पर लॉग इन करने वाले व्यक्ति की पहचान की जाती है।

सुरक्षा की दृष्टि से एक डिवाइस में अनेक अकाउंट (Multiple Account) का उपयोग करने के लिए ओटीपी भेजा जाता है जो यह सुनिश्चित करता है कि आपके सभी डिवाइस सिक्योर हैं तथा उस अकाउंट से लिंक है जिसमें अकाउंट लॉग इन है। किसी डिवाइस या अकाउंट के बीच सुरक्षा को मापने का बेहतर तरीका ओटीपी है।

इनके अलावा सभी ई-कॉमर्स वेबसाइट जैसे – Amazon, Myntra, ebay, Snapdeal, Flipkart और डिजिटल वॉलेट प्रदान करने वाली कंपनियां जैसे – Phonepe, Mobikwik, Paytm आदि ओटीपी सुविधा का इस्तेमाल करते हैं जिससे सभी Customers के ऑनलाइन अकाउंट को सुरक्षित रखा जा सकता है।

 

 

OTP के फायदे (Advantages of OTP) –

Security –  जब हम ओटीपी का इस्तेमाल करते हैं तो यह हमारी सुरक्षा की परत को बढ़ा देता है। यह सिर्फ Registered Mobile Number में ही आता है। इसकी मदद से आपका ऑनलाइन अकाउंट और भी सिक्योर हो जाता है क्योंकि आपका पासवर्ड किसी को भी मिल जाए लेकिन ओटीपी के बिना वह लॉग इन  नहीं कर पाएगा।

OTP Service को Setup करना आसान है –  कुछ साइट्स में ओटीपी को Two-Step-Verification भी कहा जाता है और इसे सेट अप करना काफी आसान होता है। अधिकतर ऐसी साइट जिनमें आपकी निजी जानकारी होती है उन्हें पहले से ही यह इनेबल रहता है और अगर नहीं है तो आप उसके settings में जाकर फोन को वेरीफाई करने के बाद इनेबल कर सकते हैं।

उपयोगकर्ता का प्रमाण –  इसके द्वारा वास्तविक यूजर का प्रमाणीकरण हो जाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ओटीपी केवल यूजर के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ही आता है। यदि सही यूजर भी अपने अकाउंट के माध्यम से कोई गतिविधि कर रहा है जिससे पासवर्ड बदलना, मोबाइल नंबर अपडेट करना आदि तो इनके प्रमाणीकरण के लिए सिस्टम यूजर के द्वारा चुने गए तरीके के अनुसार उसे ओटीपी भेजा जाता है इसे enter करने पर ही action को valid माना जाता है।

इसके साथ ही कभी-कभी अचानक से Two-Step-Verification का ऑप्शन आ जाता है जब कोई Invalid Activity होती है। ऐसे में ओटीपी के जरिए सत्यापन करने के बाद ही आप Account का इस्तेमाल कर पाते हैं।

Random Algorithm –  सभी प्रकार के OTP System Random Algorithm पर काम करते हैं जिसका मतलब होता है कि एक बार ओटीपी आ गया और हमने लॉग इन कर लिया लेकिन जब हम दूसरी बार लॉग इन करने जाते हैं तो इस बार क्या OTP आएगा यह कोई भी नहीं बता सकता है।

हैकिंग से बचाव –  यह ओटीपी की सबसे अच्छी सुविधा है कि हमें हैकिंग से सुरक्षा मिल जाती है क्योंकि Hacker किसी भी तरह से आपका Username और Password निकाल सकता है। इस काम के लिए उसके पास कई सारे टूल्स होते हैं लेकिन ओटीपी पहले से सेट की हुई नहीं रहती है। ओटीपी हर बार अलग-अलग आती है अतः वह आप की ओटीपी का पता नहीं लगा सकता है।

OTP सुविधा Free  –  आपको अपने किसी भी अकाउंट के लिए ओटीपी सुविधा मुफ्त में मिलती है। इसके लिए आपको किसी भी प्रकार से अतिरिक्त शुल्क नहीं देना पड़ता है इसलिए आपको इसका इस्तेमाल जरूर करना चाहिए।

Double Security Enable कर सकते हैं –  हम ओटीपी के द्वारा अपने Account या Social Media Account (Facebook, Whatsapp, Twitter, Google etc.) पर OTP Double Security Enable कर सकते हैं। इससे उन्हें ज्यादा सुरक्षित बना सकते हैं ताकि कोई दूसरा उसे access ना कर सके।

अनिवार्य नहीं –  यह सुरक्षा कवच होता है, लेकिन इसे हर जगह अनिवार्य नहीं किया गया है। यह पूरी तरह से कस्टमर की इच्छा पर निर्भर करता है की कस्टमर OTP की सुरक्षा पाना चाहता है या नहीं।

 

 

निष्कर्ष (Conclusion) :-

हमने आपको OTP से जुड़ी लगभग सारी जानकारी बता दी है। अब आपको जरूर समझ में आ गया होगा कि OTP क्या है और इसे इस्तेमाल करने से हमें क्या फायदे होते हैं। हमने इस आर्टिकल में OTP क्या है  के बारे में सरल भाषा में समझाया है। उम्मीद है कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और यह आपके लिए उपयोगी साबित होगा। 

धन्यवाद !

 

About Team Rivn Tech

दोस्तों हम Rivn Tech Editor Team है , हमारा हर प्रयास यही रहेगा कि आपको Computer, Mobile, Latest Technology and Tips & Tricks के बारे में नवीनतम जानकारी प्रदान की जाए और नए-नए तरीकों के बारे में आपको बताया जाएगा, आपकी समस्याओं का समाधान किया जाएगा

Leave a Comment