Firewall क्या है? – Firewall कैसे Secure करता है?, प्रकार, फायदे, 3 Generation of Firewall , Firewall – अगर आप अपने computer या mobile में internet का इस्तेमाल करते हैं तो आपको Firewall के बारे में जानकारी अवश्य होनी चाहिए क्योंकि बिना फायरवॉल के आपका computer सुरक्षित नहीं है। फायरवॉल एक सुरक्षा की दीवार होती है जो कंप्यूटर को अनधिकृत पहुंच से दूर रखता है।
Internet में बाहरी हमलों से एक network की मूल्यवान जानकारी की गोपनीयता और अखंडता सुनिश्चित करने के लिए हमारे पास कुछ मजबूत तंत्र होना चाहिए। अगर हम अपनी security के बारे में थोड़ी भी गड़बड़ी करते तो hackers हमारे mobile या computer को कभी भी hack कर सकते है और हमें इसके बारे में पता भी नहीं चलेगा।
Firewall क्या है – What is Firewall in Hindi
Firewall कंप्यूटर को virus से सुरक्षित रखने का एक Security System है। यह कंप्यूटर को सभी प्रकार के virus, malware से बचाता है। जब एक कंप्यूटर किसी भी network से जुड़ता है तो कंप्यूटर में वायरस आने की संभावना रहती है इस स्थिति में फायरवॉल का होना बहुत आवश्यक होता है।
फायरवॉल को ट्रैफिक को फिल्टर करने और public Internet पर दुर्भावनापूर्ण पैकेट को private network की सुरक्षा को प्रभावित करने वाले जोखिम को कम करने के लिए विभिन्न प्रकार के network उपकरणों में शामिल किया गया है।
फायरवॉल नेटवर्क के gateway पर लगा होता है, यह network में अंदर तथा बाहर जाने वाले ट्रैफिक को फिल्टर करता है और कोई संदिग्ध गतिविधि पाए जाने पर उसे ब्लॉक करता है। फायरवॉल hardware या software हो सकता है।
फायरवॉल आपके कंप्यूटर को न सिर्फ virus से बचाता है बल्कि अगर आपके कंप्यूटर में कोई वायरस है तो उसे दूसरे कंप्यूटर में जाने से रोकता है। इस प्रकार फायरवॉल दोनों तरफ से सुरक्षा प्रदान करता है इसलिए हर एक कंप्यूटर में फायरवॉल का होना आवश्यक है।
Firewall के प्रकार (Types of Firewall in Hindi) –
फायरवॉल मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं –
Software Firewall –
यह आपके कंप्यूटर में डाला जाने वाला एक Software होता है जो कि कंप्यूटर को virus से सुरक्षित है करता है। Antivirus एक वायरस सुरक्षा प्रणाली है जो कि आपके कंप्यूटर को अनधिकृत पहुंच और हानिकारक वायरस से सुरक्षित रखता है। Antivirus में फायरवॉल सुरक्षा का feature भी उपलब्ध होता है।
नई पीढ़ी के operating system जैसे Windows में फायरवॉल पहले से ही inbuilt रहता है। Software फायरवॉल हार्डवेयर फायरवॉल की तुलना में अधिक सुरक्षित नहीं होती है क्योंकि इन्हें भी हैक किया जा सकता है।
Hardware Firewall –
Hardware फायरवॉल एक हार्डवेयर डिवाइस होता है जो incoming और outgoing ट्रैफिक की जांच करता है और कोई संदिग्ध गतिविधि पाए जाने पर उसे ब्लॉक करता है।
आजकल सभी Router में हार्डवेयर फायरवॉल पहले से ही मौजूद होता है। एक Router से जितने भी कंप्यूटर जुड़े होते हैं उन सभी में फायरवॉल काम करना शुरू कर देता है। यह नेटवर्क से जुड़े प्रत्येक डिवाइस को वायरस से बचाते हैं।
Proxy Firewall –
Proxy फायरवॉल सबसे सुरक्षित है फायरवॉल होता है। यह फायरवॉल internet protocol network में से आने वाले ट्रैफिक पर नजर बनाए रखता है। Proxy फायरवॉल के पास खुद का IP Address होता है।
जब proxy फायरवॉल को internet resources के लिए request प्राप्त होती है तो पहले यह अपने local cash में data packet को ढूंढता है अगर उसे packet अपने local cash में मिल जाता है तो वह बिना इंटरनेट को request भेजे डाटा पैकेट को सीधे यूजर के पास भेज देता है।
लेकिन अगर उसे data packet अपने local cash में नहीं मिलता है तो वह इंटरनेट पर server से डाटा की request करने के लिए स्वयं के IP Address का इस्तेमाल करता है। जब request proxy server के पास आ जाती है, तो वह डाटा को यूजर के पास भेज देता है।
Firewall कैसे Secure करता है? (How does Firewall Secure) –
फायरवॉल कंप्यूटर / नेटवर्क और इंटरनेट के बीच एक फिल्टर की तरह काम करता है। फायरवॉल में पहले से ही नेटवर्क सुरक्षा नियम रहते हैं जिनके आधार पर फायरवॉल का मुख्य काम रहता है। इन नियमों को नेटवर्क की आवश्यकता के अनुसार Network Administrator के द्वारा set किया जाता है।
एक फायरवॉल नेटवर्क में आने वाले data packet को किस आधार पर फिल्टर करना, यह इसके अंदर सेट किए गए नियमों पर निर्धारित होता है। जब कोई डाटा पैकेट नेटवर्क पर आता है तो फायरवॉल gateway पर data packet की जांच करता है, अगर data packet फायरवॉल में निर्धारित किए गए नियमों के विपरीत होता है तो फायरवॉल उसे नेटवर्क में अन्दर आने से रोकता है, जिसकी वजह से नेटवर्क में वही packet प्रवेश कर पाते है जो सुरक्षित होते है।
जब कोई कंप्यूटर नेटवर्क में कोई data भेजना चाहता है तो फायरवॉल पहले उस पैकेट की जांच करता है और सुरक्षित डाटा को ही नेटवर्क में भेजता है। इस प्रकार से फायरवॉल एक दीवार के रूप में कार्य करता है। फायरवॉल एक नेटवर्क में two way protection के रूप में कार्य करता है जिससे नेटवर्क से जुड़े डिवाइस को अधिक सुरक्षा मिलती है।
Firewall का इतिहास (History of Firewall in Hindi) –
फायरवॉल तकनीक लगभग 1980 में उभरकर सामने आई। इंटरनेट का इस्तेमाल धीरे-धीरे बढ़ने लगा तो फायरवॉल के विकास की प्रक्रिया में भी तेजी आई।
Generation of Firewall –
इसके विकास की प्रक्रिया को 3 पीढ़ी में बांटा गया है –
- Packet Filter Firewall
- Stateful Firewall
- Application Layer Firewall
Firewall के फायदे (Advantage of Firewall in Hindi) –
- फायरवॉल कंप्यूटर में अंदर आने वाले तथा बाहर जाने वाले ट्रैफिक पर नजर रखता है और संदिग्ध या खतरनाक जानकारी होती है तो उसे कंप्यूटर में पहुंचने से रोकता है।
- फायरवॉल Trojan को ब्लॉक करते हैं।
- फायरवॉल आपके कंप्यूटर को Hacker से बचाते हैं क्योंकि यह Hacker को आपके नेटवर्क तक पहुंचने से रोकते हैं।
- फायरवॉल के द्वारा आप bandwidth को मैनेज कर सकते हैं।
- फायरवॉल किसी नेटवर्क या host में अनाधिकृत रिमोट एक्सेस को रोकने का काम करता है।
निष्कर्ष (Conclusion) –
इस आर्टिकल में हमने आपको Firewall के बारे में बताया है। फायरवॉल का इस्तेमाल करना बहुत जरूरी है क्योंकि इंटरनेट में बहुत सारे ऐसे site होते हैं जो हमारे कंप्यूटर के लिए खतरनाक होते हैं क्योंकि ये site हमारे डाटा को चुरा सकते है।
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