Cyber Security क्या है? – Cyber Security कैसे काम करता है?, फायदे | Cyber Security in Hindi

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हेल्लो दोस्तों इस आर्टिकल में आप Cyber Security के बारे में जानेंगे। Cyber Security क्या है?,Cyber Security कैसे काम करता है और Cyber Crime के प्रकार आदि के बारे में जानेंगे। इसके साथ ही हम Cyber Security क्यों जरूरी है के बारे में भी जानेंगे। इस वेबसाइट पर आपको Computer से संबंधित सभी जानकारियां प्रदान की गई है ,Computer course, Computer software ,Latest technology in computers ,के बारे में समस्त जानकारियां प्रदान करने की कोशिश रहेगी। 

Cyber Security

दोस्तों अगर आपको जानना है कि साइबर सिक्योरिटी क्या है इसका Defination क्या है। अगर आप जानते हो तो हो सकता है कि सब कुछ नहीं होंगे तो दोस्तों हमारे इस Article को ठीक से पढ़ने के बाद आपको फुल इनफार्मेशन पता चल जाएगी।

 

Cyber Security क्या है? (What is Cyber Security in Hindi) –

Cyber Security या साइबर सुरक्षा एक तरह की सुरक्षा है। जो इंटरनेट से जुड़े हुए सिस्टम के लिए एक Security होती है।इसके द्वारा हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर की डाटा को और भी सिक्योर बनाता है जिससे किसी भी तरह की डाटा की चोरी से बचा जा सकता है और सभी डॉक्यूमेंट और फाइलस को सुरक्षित रख सकते हैं

Cyber Security दो शब्दों से मिलकर बना हुआ है Cyber+Security, मतलब जो कुछ भी Internet, Information, Technology, Computer, Network, Application या Data से संबंधित है उसे हम साइबर कहते हैं। जबकि सिक्योरिटी सुरक्षा से संबंधित है जिसमें System Security, Network Security, Application and Information Security शामिल है।

 

Cyber Security कैसे काम करता है? (How Does Cyber Security Work) –

Cyber Security के अंतर्गत Ethical Hackers की एक बड़ी Team होती है जो आपका डाटा चोरी होने या डाटा डिलीट होने या फिर आपके किसी भी डिवाइस को नुकसान पहुंचने से बचाते हैं, Hacking या Fraud करने वाले बुरे लोगों से यूजर को बताते हैं या कहें तो सेफ्टी प्रदान करते हैं-Cyber Security

इसके अंतर्गत आपके Computer System, Network, Data और आपके Program को Secure रखा जाता है।

 

Cyber Security क्यों जरूरी है? (Why is Cyber Security Important) –

जिस स्तर पर इंटरनेट का इस्तेमाल पूरी दुनिया भर में किया जा रहा है, और लगातार इंटरनेट यूजर्स की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है, तो ऐसे में बहुत जरूरी हो जाता है कि इंटरनेट यूजर्स की सिक्योरिटी पर भी ध्यान दिया जाए इसलिए यहां पर साइबर सिक्योरिटी एक बेहतर ऑप्शन हो जाता है यूजर्स की सेफ्टी के लिए। 

आज के समय में हर कार्य इंटरनेट से किया जा रहा है चाहे वह सरकारी हो या निजी कंपनी का काम काज हो या फिर किसी मोबाइल इंटरनेट यूजर का निजी डेटा यानी हर प्रकार के डाटा का आदान-प्रदान किसी न किसी रूप में इंटरनेट से या इंटरनेट पर हो रहा है।

यूजर्स की डिवाइस जैसे कंप्यूटर Server, Leptop, Mobile  या दूसरी सभी प्रकार की Smart Device भी इंटरनेट से कनेक्ट होती है जिससे डेटा की सुरक्षा पर भी खतरा बढ़ता जा रहा है। आज जहां दिन प्रतिदिन इंटरनेट पर Fraud, Hacking and Data Leak की लगातार कोशिशें की जा रही है तो ऐसे में Cyber Security द्वारा इन गतिविधियों पर नजर रखी जाती है और इंटरनेट यूजर को एक सुरक्षा कवच प्रदान किया जाता है जिससे इंटरनेट पर होने वाले Cyber Attacks रोका जा सके। 

 

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Cyber Crime के प्रकार (Types of cyber crime) –

1. Hacking –

इस प्रकार के Cyber Crime में Hacker प्रतिबंधित क्षेत्र में घुसकर किसी दूसरे इंसान के Personal Data और Sensitive Information एक्सेस करते हैं बिना उस इंसान की अनुमति के प्रतिबंधित क्षेत्र किसी का पर्सनल कंप्यूटर मोबाइल या कोई ऑनलाइन बैंक अकाउंट (नेट बैंकिंग) हो सकता है जिनको हैक करके Access प्राप्त किया जाता है।

2. Cyber Theft –

इस प्रकार के साइबर क्राइम में Hacker किसी Copyright कानून का उल्लंघन करता है, यह अपराध का एक हिस्सा है। जिसका अर्थ है कि कंप्यूटर या इंटरनेट के माध्यम से की गई चोरी, इसके अंतर्गत पहचान की चोरी, पासवर्ड की चोरी, सूचना की चोरी, इंटरनेट समय की चोरी आदि शामिल है।

3. Identity Theft –

इस प्रकार का Cyber Crime आजकल काफी ज्यादा देखने को मिलता है। इसमें hacker उन लोगो को टारगेट करते है जो online Cash Transactions और बैंकिंग service जैसे- Google Pay, Phonepe, Paytm का इस्तेमाल करते है।

Hackers किसी इंसान का पर्सनल data जैसे अकाउंट नंबर, Debit कार्ड डिटेल, internet बैंकिंग डिटेल्स आदि जानकारी किसी तरह से हासिल कर के उसका सारा पैसा निकाल लेते है। जिससे उस इंसान को काफी ज्यादा आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ता है।

4. Cyber Stalking –

यह Cyber Crime सोशल मीडिया साइट में ज्यादा देखने को मिलता है। इसमें Stalker किसी इंसान को बार-बार गंदे मैसेज या ईमेल कर के उसे परेशान और उत्पीड़ित करते हैं। इसमें Stalker अक्सर छोटे बच्चों और ऐसे लोगों को अपना शिकार बनाते हैं जिन्हें इंटरनेट की ज्यादा जानकारी नहीं होती है। इसके बाद Stalker उस इंसान को ब्लैकमेल करना शुरू कर देते हैं उससे इंसान की जिंदगी काफी तकलीफ दायक हो जाती है। 

5. Malicious Software –

ऐसे बहुत सारे खतरनाक सॉफ्टवेयर हैकर द्वारा बनाए जाते हैं जो किसी भी इंटरनेट  से कनेक्ट कंप्यूटर या मोबाइल के डाटा को न सिर्फ चुरा सकते हैं बल्कि उसे डिलीट भी कर सकते हैं साथ ही इन सॉफ्टवेयर की मदद से हैकर आपके पूरे सिस्टम को क्रैश कर सकते है। जिससे मैं बहुत नुकसान हो सकता है।

यह सॉफ्टवेयर्स कई प्रकार के होते हैं जैसे Malware, Spyware, Virus, Ransomware तथा Worms. Hackers इस प्रकार के सॉफ्टवेयर को ज्यादातर किसी लिंक, Pop – up मैसेज या ईमेल के माध्यम से दूसरे कंप्यूटर में भेजते हैं और आकर्षित करने के तरीके से लिंक पर टच करने को बोलते हैंअगर वह व्यक्ति लिंक पर टच कर देता है तो कंप्यूटर का पूरा कंट्रोल हैकर के हाथों में चला जाता है जिससे हैकर  कुछ भी कर सकता है। 

6. Phishing –

इस प्रकार के Cyber Threat में हैकर किसी विश्वसनीय संस्था या बैंक के रूप में किसी व्यक्ति को कोई मैसेज या ईमेल भेजता है जो देखने पर बिल्कुल सामान्य लगती है इसके पीछे हैकर का मकसद उस व्यक्ति की संवेदनशील जानकारी जैसे बैंक अकाउंट नंबर, डेबिट कार्ड, पैन कार्ड, आधार कार्ड आदि जानकारी लेकर वह हमें आर्थिक नुकसान पहुंचा सकता है।

7. Child Pornography and Abuse –

इस प्रकार के Cyber Crime में हैकर ज्यादातर Chat Rooms का इस्तेमाल करते हैं और खुद के पहचान को छुपाकर शिष्टाचारी बनकर बात करते हैं। छोटे बच्चों में या अवयस्क लोगों को ज्यादा जानकारी नहीं होती है और धीरे-धीरे हैकर बच्चों को Child Pornography के लिए बाधित करते हैं। इसके अलावा बच्चे डर की वजह से अपने माता पिता को कुछ बता नहीं पाते हैं। 

8. Man In The Middle(MITM) Attack –

इस प्रकार के Cyber Crime में जो Attack करने वाला हैकर होता है वह दो लोगों के संचार की जासूसी करता रहता है और कुछ समय बाद उन दोनों लोगों में से एक बन कर सामने वाले से जरूरी इंफॉर्मेशन और संवेदनशील डाटा जैसे बैंक डेबिट कार्ड, कार्ड डिटेल आदि इंफॉर्मेशन ले लेता हैऔर सामने वाले को पता भी नहीं चलता है और हैकर के पास सारी इनफार्मेशन आ जाती है।

9. Denial of Services(DOS) –

DOS Attack का मुख्य उद्देश्य किसी नेटवर्क या वेबसाइट की ट्रैफिक को कम करना है। इस अटैक में हैकर किसी नेटवर्क किया वेबसाइट पर अचानक से बहुत ज्यादा ट्रैफिक लाकर नेटवर्क सिस्टम को कमजोर कर देते हैं। इसके साथ ही बहुत सारे Services होते हैं जैसे Email, Yahoo, Hotmail आदि इनमें जब अचानक से बहुत ज्यादा ट्रैफिक आ जायेगा तो कोई भी यूजर अगर लॉग इन करके जाएगा तो यूजर उस सर्विस को यूज नहीं कर पायेगा।

10. Spoofing –

इस प्रकार के Cyber Attack में हैकर की अन्य व्यक्ति की पहचान(Identity) का इस्तेमाल कर के किसी बड़े Server या बड़ी कंपनी के सिस्टम में अटैक कर सकता है। इससे अटैक का सहारा लेकर कोई हैकर किसी की जिंदगी बर्बाद कर सकता है।

11. Salami Slicing Attack –

सलामी स्लाइसिंग अटैक” को सलामी धोखाधड़ी भी कहते हैं। ऐसे Cyber Crime में साइबर अपराधी बहुत सारे छोटे-छोटे अटैक कर के एक बड़े अटैक को अंजाम देता है। हमलावर ग्राहकों की जानकारी जैसे बैंक/डेबिट कार्ड के डिटेल का इस्तेमाल कर के बहुत छोटी मात्रा में पैसे की कटौती करते हैं।

बहुत कम मात्रा में पैसे की कटौती होने की वजह से ग्राहक में से अनजान रहते हैं और इसकी शिकायत भी नहीं करते हैं जिससे हैकर का पता नहीं चल पाता है। यह केवल समय-समय पर छोटे-छोटे वेतन वृद्धि से लाभ प्राप्त करने की एक रणनीति है। इनके अलावा और भी बहुत सारे साइबर हमले होते हैं। समय के साथ साथ हैं इनके नए-नए प्रकार भी पता चल रहे है।

 

Cyber Security के फायदे (Advantages of Cyber Security) –

  • इसकी सहायता से आप Unauthorized Access से सुरक्षित रह सकते है जिससे किसी भी प्रकार के डाटा लॉस का खतरा नहीं रहेगा । 
  • साइबर सुरक्षा के द्वारा आपके पर्सनल और कॉन्फिडेंटल डाटा को एक सुरक्षा कवच प्रदान किया जाता है।
  • Cyber Security की सहायता से आप निश्चिंत होकर इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • आजकल ऑनलाइन कैश Transaction का बहुत प्रचलन है। साइबर सुरक्षा के द्वारा सुरक्षित Transaction कर सकते है। 

 

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निष्कर्ष (Conclusion) –

हमने आपको Cyber Security क्या है? के बारे में विस्तृत जानकारी दी है और आपके मन में उठने वाले सवालों का भी जवाब दिया है। इसके द्वारा हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर की डाटा को और भी सिक्योर बनाता है जिससे किसी भी तरह की डाटा की चोरी से बचा जा सकता है। उम्मीद करते हैं कि इस लेख से आपको बहुत कुछ सीखने को मिला होगा इस लेख को अपने दोस्तों के साथ भी सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें। धन्यवाद !

 

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