आज हम Star Topology के बारे में जानेंगे के बारे में जानेंगे। यह टोपोलॉजी का एक प्रकार है। यह एक LAN नेटवर्क होता है, जिसमें इसके कंप्यूटर और अन्य डिवाइस एक सेंट्रल कंप्यूटर के साथ जुड़े होते हैं।
Star Topology क्या है – What is Star Topology in Hindi
Star Topology एक प्रकार की नेटवर्क टोपोलॉजी है जिसमें सभी कंप्यूटर एक central devices के साथ जुड़े हुए होते हैं जिसे hub कहते हैं। इस टोपोलॉजी में central hub server की तरह काम करता है और जो devices होते हैं वह client की तरह काम करते हैं। इस टोपोलॉजी में central hub को client, server और network के साथ जोड़ने के लिए patch cable का प्रयोग किया जाता है।
इस प्रकार के टोपोलॉजी में devices को आपस में कनेक्ट करने के लिए RJ45 और coaxial cable का उपयोग किया जाता है। इस टोपोलॉजी का set up काफी आसान होता है। स्टार टोपोलॉजी में अगर central hub में खराबी आ जाती है तो सभी devices disconnect हो जाते हैं। स्टार टोपोलॉजी का star की तरह होता है इसलिए इसे स्टार टोपोलॉजी कहा जाता है। इस टोपोलॉजी का उपयोग LAN (Local Area Network) में किया जाता है।
इस प्रकार की topology में एक डिवाइस दूसरे डिवाइस को डाटा भेजना चाहता है तो पहले central hub को डाटा ट्रांसफर करना पड़ेगा, इसके बाद central hub डाटा को दूसरे डिवाइस में ट्रांसफर करता है अर्थात central hub सभी डिवाइस के लिए एक medium की तरह काम करता है।
स्टार टोपोलॉजी में अनेक devices को कनेक्ट किया जा सकता है लेकिन ऐसा करने से इसकी स्पीड कम हो जाएगी। स्टार टोपोलॉजी का उपयोग airports, hospitals, banks, education institutes में किया जाता है।
Star Topology कैसे काम करती है? –
स्टार टोपोलॉजी में एक कंप्यूटर दूसरे कंप्यूटर को सूचना भेजना चाहता है तो वह कंप्यूटर उस सूचना को सबसे पहले hub को भेजता है। उसके बाद जिस address पर संदेश भेजना होता है उस address की जांच करता है फिर वह उस संदेश को आगे भेजता है। Hub में किसी भी प्रकार की मेमोरी नहीं होती है। Hub Address Resolution Protocol (ARP) प्रोसेस के आधार पर एक-दूसरे कंप्यूटर में संदेश या डाटा को भेजता है।
Star Topology के प्रकार (Types of Star Topology in Hindi) –
Passive Star Topology –
यह टोपोलॉजी कंप्यूटर network में सेंट्रल डिवाइस sender से signal प्राप्त करता है और signal को दूसरे डिवाइस में भेज देता है। इस टोपोलॉजी में कम्युनिकेशन signal को regenerate नहीं किया जा सकता है। अगर यूजर Passive Hub का उपयोग करके एक स्टार नेटवर्क का निर्माण करता है तो एक Passive Hub सेंट्रल डिवाइस के रूप में कार्य करता है। इस प्रकार की टोपोलॉजी का प्रयोग बड़े नेटवर्क के लिए नहीं किया जा सकता है।
Active Star Topology –
इस टोपोलॉजी में एक Active Hub मौजूद होता है जो सेंट्रल डिवाइस के उद्देश्यों को पूरा करता है। यह टोपोलॉजी कम्युनिकेशन signal को regenerate कर सकती है । इस टोपोलॉजी में सबसे पहले कम्युनिकेशन signal को regenerate किया जाता है, इसके बाद सभी डिवाइस में ट्रांसफर किया जाता है। यह Passive Hub की तरह काम करता है लेकिन यह कम्युनिकेशन signal को regenerate कर सकता है। यह एक Repeater की तरह काम करता है।
Star Topology Using Switch –
इस टोपोलॉजी में Hub की जगह Switch का उपयोग किया जाता है। Switch कई प्रकार के कार्यों को पूरा कर सकता है लेकिन यह कम्युनिकेशन signal को transmit नहीं कर सकता है।
Star Topology के उपयोग –
- स्टार टोपोलॉजी का उपयोग lab में nodes को आपस में कनेक्ट करने के लिए किया जाता है।
- इस टोपोलॉजी का उपयोग बैंक में devices को आपस में कनेक्ट करने के लिए किया जाता है।
- इस Topology का उपयोग LAN (Local Area Network) में किया जाता है।
- इसका प्रयोग छोटे institute और organizations में devices को आपस में कनेक्ट करने के लिए किया जाता है।
Star Topology के फायदे –
- स्टार टोपोलॉजी को manage करना आसान होता है।
- इस टोपोलॉजी में नई devices को कनेक्ट करना भी आसान होता है।
- यह टोपोलॉजी Cyber Attack से पूर्ण रूप से सुरक्षित है।
- इस प्रकार की टोपोलॉजी में Error को detect करना आसान होता है।
- इसमें डाटा ट्रांसफर करने की स्पीड भी तेज होती है।
क्या Star Topology Secure है? –
स्टार टोपोलॉजी में remote branches, केंद्रीय साइट के साथ एक सुरक्षित तरीके से कम्युनिकेट कर सकते हैं, लेकिन इन branches को इंटरकम्युनिकेशन की अनुमति नहीं होती है। यह सबसे महत्वपूर्ण है कि अगर केंद्रीय साइट विफल हो जाती है तो सारे कनेक्शन खत्म हो जाते हैं अर्थात बंद हो जाते हैं क्योंकि स्टार टोपोलॉजी में केंद्रीय साइट की अहम भूमिका होती है।
Star Topology के नुकसान –
- इस टोपोलॉजी को install करने की कीमत बहुत ज्यादा होती है।
- इसमें अगर Hub या Switch खराब हो जाता है तो सारा नेटवर्क ही फेल हो जाता है।
- Wired Star Topology के लिए ज्यादा केबल की जरूरत पड़ती है जिससे बड़े नेटवर्क के लिए यह महंगा होता है।
निष्कर्ष (Conclusion) –
आज हमने आपको Star Topology के बारे में बताया है। यह एक LAN नेटवर्क होता है, जिसमें इसके कंप्यूटर और अन्य डिवाइस एक सेंट्रल कंप्यूटर के साथ जुड़े होते हैं। मुझे उम्मीद है कि Star Topology क्या है? की जानकारी बेहद पसंद आया होगा । अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ भी शेयर जरूर करे। धन्यवाद !