Processor में Core क्या होता है? (हिंदी में आसान व्याख्या)
आज के समय में जब भी हम कोई नया laptop या mobile खरीदते हैं, तो सबसे पहले एक चीज़ पर ध्यान देते हैं – Processor। और processor में सबसे ज़्यादा सुनने को मिलता है “Dual-Core, Quad-Core या Octa-Core”। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये Core (कोर) वास्तव में होता क्या है और ये आपके device की performance को कैसे affect करता है?
चलिए इस article में Core के बारे में आसान भाषा में जानते हैं।

Core क्या है? – Processor में Core क्या होता है?
Processor का Core एक तरह का छोटा CPU (Central Processing Unit) होता है।
यानी आप इसे processor के अंदर मौजूद processing unit कह सकते हैं।
आसान भाषा में:
- Core वह हिस्सा है जो किसी भी program या application के instructions को execute (चलाना) करता है।
- जितने ज़्यादा cores होंगे, उतनी ही ज़्यादा instructions एक साथ process हो पाएंगी।
पहले Processor में कितने Core होते थे?
शुरुआत में processor में सिर्फ एक core (single-core) होता था। इसका मतलब एक समय में केवल एक ही काम (task) किया जा सकता था।
लेकिन जैसे-जैसे demand बढ़ी, multi-tasking की ज़रूरत पड़ी, तो processors में multiple cores आने लगे।
Core के प्रकार (Types of Cores)
- Single Core Processor
पुराने समय के computers में होता था।
एक समय में केवल एक task perform कर सकता था।
Dual Core Processor
इसमें 2 cores होते हैं।
एक साथ दो task efficiently perform कर सकता है।
Quad Core Processor
इसमें 4 cores होते हैं।
Multi-tasking और heavy applications के लिए बेहतर।
Hexa Core Processor
इसमें 6 cores होते हैं।
Gaming और high-performance applications में उपयोगी।
Octa Core Processor
इसमें 8 cores होते हैं।
Mobile phones और laptops में बहुत common।
एक साथ multiple heavy tasks आसानी से कर सकते हैं।
Deca Core Processor
इसमें 10 cores होते हैं।
High-end devices में use किया जाता है जहाँ बहुत fast performance की ज़रूरत होती है।
Core का काम कैसे करता है?
मान लीजिए आपके पास एक school का classroom है और वहाँ 40 students का काम check करना है।
- अगर सिर्फ 1 teacher (Single Core) है, तो उसे सारा काम अकेले करना पड़ेगा और time ज्यादा लगेगा।
- अगर 4 teachers (Quad Core) हैं, तो वो students को divide करके काम जल्दी finish कर देंगे।
बिल्कुल इसी तरह, processor में ज़्यादा cores होने पर programs जल्दी और smooth run होते हैं।
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Core vs Clock Speed
कई लोग सोचते हैं कि सिर्फ ज़्यादा cores होना ही speed बढ़ा देता है, लेकिन ऐसा नहीं है।
- Core (कोर) बताता है कि processor कितने काम एक साथ कर सकता है।
- Clock Speed (GHz में) बताती है कि एक core कितनी fast instructions execute कर सकता है।
Best performance के लिए दोनों का balance होना ज़रूरी है।
Core आपके लिए क्यों Important है?
अगर आप सिर्फ internet browsing, video देखने और normal काम के लिए processor लेते हैं, तो dual-core या quad-core काफी है।
लेकिन अगर आप gaming, video editing, programming या heavy software चलाते हैं, तो octa-core या उससे ज़्यादा cores वाले processor आपके लिए perfect रहेंगे।
निष्कर्ष (Conclusion)
Processor में core असल में उसका दिमाग (brain) है। जितने ज़्यादा cores होंगे, आपका device उतना ही तेज़ और multi-tasking के लिए बेहतर होगा। लेकिन ध्यान रहे कि केवल cores पर नहीं, बल्कि clock speed और processor generation पर भी ध्यान देना ज़रूरी है।
अब जब भी आप नया smartphone या laptop खरीदने जाएं, तो processor के cores को ज़रूर check करें, क्योंकि यही तय करेगा कि आपका device fast है या slow।