हेल्लो दोस्तों, इस आर्टिकल में हम जानेगे मशीन लर्निंग क्या है? और इसके प्रकार और फायदे के बारें में भी बात करेंगे, यह बहुत ही आसान भाषा लिखा गया है पूरा पढ़े समझ आ जायेगा।
मशीन लर्निंग क्या है – Machine Learning in Hindi –
मशीन लर्निंग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की ही एक शाखा है। जो मशीन को मनुष्य की तरह सोचने समझने और सीखने में सक्षम बनाता है ताकि मशीन या कंप्यूटर मनुष्य की तरह ही किसी काम को सोच समझकर आसानी से कर पाए मनुष्य की तरह ही निर्णय ले पाए और आवश्यकता पढ़ने पर प्रिडिक्ट भी कर पाए जैसे ही हम इंसान चीजों को अपने अनुभव से सीखते हैं वैसे ही मशीन या कंप्यूटर बिना इंसान की मदद से खुद से सीख सकते हैं।
मशीन या कंप्यूटर की खुद से लर्न करने की इस एबिलिटी को मशीन लर्निंग कहते हैं मशीन लर्निंग के तहत एक मशीन को पर्याप्त मात्रा में गुणवत्तापूर्ण और प्रासंगिक डाटा देकर अच्छी तरह से प्रशिक्षित किया जाता है। ताकि मशीन डटा के पैटर्न को पहचान सके उसका विश्लेषण कर सके और सीख सके जैसे जैसे मशीन को अधिक डाटा मिलता है।
वह अपने निर्णयों को सुधार सकता है और नई सूचनाएं सीखाता है। मशीन लर्निंग सिस्टम को समझने और उसके काम को बेहतर बनाने की क्षमता प्रदान करता है मशीन लर्निंग में कंप्यूटर या मशीन को बेहतर बनाने के लिए एल्गोरिथम्स का प्रयोग किया जाता है।
मशीन लर्निंग के प्रकार – Types of Machine Learning in Hindi –
मशीन लर्निंग के प्रकार निम्नलिखित है –
- Supervised Learning
- Unsupervised Learning
- Semi-supervised Learning
- Reinforcement Learning
सुपरवाईज्ड लर्निंग क्या है? – Supervised learning in hindi –
Supervised learning मशीन लर्निंग का प्रकार है इसमें labeled data का इस्तेमाल मशीन को ट्रेनिंग देने के लिए किया जाता है। Labeled data Input डाटा होता है जो पहले से ही मशीन के पास होता है और इस डाटा को एनालाइज करके सिस्टम आउटपुट डेटा देता है। मशीन डाटा सेट्स को समझने के लिए इसमें labeled डाटा का उपयोग मॉडल को बनाने के लिए किया जाता है। सुपरवाईज्ड लर्निंग का इस्तेमाल बहुत सी जगह पर किया जाता है जैसे की Image Classification, Risk Assessment, Classification, Fraud Detection and Spam Filtering का पता लगाने के लिए।
सुपरवाईज्ड लर्निंग के प्रकार – Types of Supervised learning –
सुपरवाईज्ड लर्निंग के दो प्रकार होते है –
Regression – रेग्रेशन supervised learning का ही एक प्रकार है इसका इस्तेमाल इंडिपेंडेंट और डिपेंडेंट के बीच के रिलेशन का पता लगाने के लिए किया जाता है। मशीन लर्निंग में इसका इस्तेमाल predictive Modelling की विधि के रूप में भी किया जाता है।
रेग्रेशन कई प्रकार के होते है जैसे – Linear Regression, Non- Linear Regression, Bayesian Linear Regression, Polynomial Regression, Regression Trees etc.
Classification – Classification एक ऐसा एलगोरिथ्म है जो डेटा को categories में सही ढंग से व्यवस्थित करता है। classification डेटा को क्लास या फिर ग्रुप में अलग अलग करता है। गणितीय टेक्नीक का इस्तेमाल क्लासिफिकेशन में डेटा को classify करने के लिए किया जाता है और इसमें गणितीय टेक्नीक जैसे – Neural network, Decision trees, Linear programming etc का उपयोग होता है।
अनसुपरवाईज्ड लर्निंग क्या है? – Unsupervised learning in hindi –
Unsupervised learning एक प्रकार है मशीन लर्निंग का जो की supervised लर्निंग के विपरीत होता है। इसमें जो डेटा unlabeled data है उसका इस्तेमाल मशीन को ट्रेनिंग देने के लिए किया जाता है। इसका इस्तेमाल बहुत बड़ी मात्रा के डेटा से insights जो उपयोगी हो उन्हें निकाला जाता है।
यह लर्निंग ऐसी है जिसमे मशीन बिना ध्यान रखे supervision के टॉपिक्स को सिखाती है। आसान भाषा में इसका मतलब समझे तो Unsupervised learning मॉडल इंसानों की तरह सोचने में कारगर है। यह मानव की तरह ही कार्य कर सकते है सोच सकते है और व्यवहार भी वैसा करते है।
अनसुपरवाईज्ड लर्निंग के प्रकार – Types of Supervised learning –
इसके दो मुख्य प्रकार है –
Clustering – clustering एक ऐसा मेथड है। जिसमे ऑब्जेक्ट्स को अलग अलग ग्रुप्स में अलग विभाजित किया जाता है इसमें जो ऑब्जेक्ट सेम होते है उन्हें एक ग्रुप बनाकर रखा जाता है और बाकि जो अलग ऑब्जेक्ट होते है उन्हें दुसरे ग्रुपो में रखा जाता है।
Association – association ये बताता है की ऑब्जेक्ट एक दुसरे से किस तरह जुड़े यानि associate हुवे है, यह बड़े डेटाबेस में वेरिएबल के बीच रिलेशनशिप को खोजता है।
सेमी- सुपरवाईज्ड लर्निंग क्या है? – Semi-supervised learning in hindi –
यह supervised और unsupervised लर्निंग दोनों से मिलकर बनती है। semi supervised में मशीन को सिखाने के लिए निम्न मात्रा में labeled data और उच्च मात्रा में unlabeled data का उपयोग किया जाता है।
रेंफोर्समेंट लर्निंग क्या है? – Reinforcement learning in hindi –
इस तकनीक में एजेंट को सही काम करने पर रिवॉर्ड दिए जाते है और गलत काम करने पर पेनल्टी भी लगाई जाती है। फीडबैक पर आधारित यह लर्निंग है इनमे फीडबैक के जरिये एजेंट खुद अपने आप सीखता है और खुद को आगे बढाता है। जैसे एक रोबोट वो खुद ही अपने आप को चलाना सिखाता है यह रोबोट reinforcement लर्निंग का एक उदाहरण ही होता है।
निष्कर्ष –
दोस्तों इस आर्टिकल में आपको बहुत ही आसान भाषा में मशीन लर्निंग क्या है के बारें में बताया है और इसके सभी प्रकार के बारें में भी बताया है। अगर आपको आर्टिकल पसंद आया हो तो अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करें और बने रहिये हमारी वेबसाइट पर thanks