eSIM क्या है? – eSIM कैसे काम करता है, eSIM कैसे खरीदे | Best 3 eSIM Provider in India

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ई-सिम का कॉन्सेप्ट नया नहीं है, अब तक कई फोन में यह फीचर आ चुका है। फिलहाल यह सर्विस सिर्फ smartphone में है जिनमें कम से कम एक फिजिकल सिम जरूरी हो अर्थात् वैसे ड्यूल सिम फोन जिनमें कम से कम एक physical SIM दिया गया हो। ऐसे में यूजर के सामने सबसे बड़ा सवाल यह है कि eSIM क्या है?

अभी के phones और network इन electronic SIM cards को अपना सकते हैं। अपने future smartphone के लिए उन्हें अपने Devices में और physical SIM card और SIM slot की जरूरत नहीं पड़ेगी। 

ये ई-सिम में केवल manufactures के लिए सही है बल्कि यह user के लिए भी बहुत  उपयोगी है। भारत में Jio, Airtel और Vi ई-सिम सर्विस मुहैया कराने लगे हैं। 

eSIM
eSIM

ई-सिम वह तकनीकी है जहां आपको अपने Device के अंदर किसी तरह का physical SIM card डालने की जरूरत नहीं पड़ेगी पड़ती है। ई-सिम सिम के बारे में जानने के लिए यह आर्टिकल आगे पढ़ते रहिए … 

 

eSIM क्या है? (What is eSIM in Hindi) –

eSIM का पूरा नाम Embedded Subscriber Identity Module होता है। ई-सिम में मोबाइल फोन में लगाने वाला virtual सिम होता है। यह एक physical सिम कार्ड की तरह नहीं होता है लेकिन सुविधाएं उससे कम नहीं होती। ई-सिम को next generation connected consumer devices का सिम कहा जा सकता है।

अगर आप एक ई-सिम खरीदते हैं तो phone और message समेत सभी काम कर पाएंगे लेकिन आपको इसे phone में नहीं डालना होगा। इसे टेलीकॉम कंपनी के जरिए over-the-air (OTA) एक्टिवेट करती है।

कंपनी फोन को manufactures करते समय सिम का निर्माण करती है। यह phone के hardware में ही आती है। इससे फोन का स्पेस भी बचता है साथ ही अलग से सिम ट्रे बनाने की जरूरत भी नहीं पड़ती है। इसके अलावा ई-सिम में 4G और 5G जैसे सभी नियमित network को सपोर्ट करती है।

अगर आप अपनी सिम कंपनी (टेलीकॉम ऑपरेटर) बदलते हैं तो आपको सिम कार्ड नहीं बदलना होगा। ई-सिम में GSMA technology का इस्तेमाल होता है, दूसरे मोबाइल नेटवर्क्स के साथ संगठन बनाता है। यह GSMA पूरे दुनिया भर में ई-सिम का एक world wide standard होता है। 

शुरुआत में हम Mini SIM कार्ड का इस्तेमाल करते थे, उसके बाद Micro SIM आया और फिर Nano SIM आया। लेकिन अब इस तकनीकी में सिम कार्ड को Nano से भी छोटा कर दिया गया है जिसे पहले से ही फोन के अंदर फिट कर दिया जाता है। ई-सिम आमतौर पर आपने मोबाइल के अंदर लगा एक छोटा chip होता है और ठीक वैसे ही काम करता है जैसे payment tech के लिए NFC chip काम करता है।

ई-सिम एक re-writable होता है अर्थात् आप जब चाहे अपना network operator बदल सकते हैं। operator बदलने के लिए आपको नई सिम के लिए आर्डर करने और उसके पहुंचने का इंतजार करने की जरूरत नहीं होती बस एक simple phone call करना है और आपका operator change हो जाएगा। 

 

eSIM को सपोर्ट करने वाले Smartphone / Device :-

  • Phone 11 Pro और Pro Max
  • iPhone SE 2020
  • Samsung Galaxy S20, S20+ और S20 Ultra 
  • Samsung Galaxy Z Flip
  • Huawei P40, P40 Pro
  • iPhone XR
  • Nuu Mobile X5
  • iPhone XS और XS Max
  • Samsung Galaxy Fold
  • Motorola Razr 2019
  • Google Pixel 4 और 4XL
  • Google Pixel 3A और 3XL
  • Apple Watch Series 6
  • Apple Watch Series 5
  • Apple Watch Series 4
  • Apple Watch Series 3

 

eSIM कैसे काम करता है? (How eSIM Works) :-

ई-सिम ठीक वैसे ही काम करता है जैसे Traditional SIM cards काम करते है, लेकिन यहाँ फर्क इतना है की आपको किसी तरह के Physical SIM card की जरूरत नही पड़ती है। ई-सिम को आपको device में weld कर दिया जाता है और over the air activate कर दिया है। आपको किसी mobile operator के store पर जाने की जरूरत नही पड़ती है। ई-सिम को इसके टेक्निकल नाम eUICC (Embedded Universal Circuit Card) से जाना जाता है। 

आपके पास iphone XS है और आप एक दूसरा 4G LTE connection इस्तेमाल करना चाहते हैं, लेकिन दूसरा फोन अपने साथ नहीं रखना चाहते इसके लिए आपको ई-सिम सपोर्ट करने वाले मोबाइल ऑपरेटर से संपर्क करना होगा और subscription प्राप्त करना है। इस दौरान मोबाइल ऑपरेटर आपके पास एक QR Code भेजेगा, जिसमें Subscription Manager Data Preparation (SM-DP), Server address और confirmation code शामिल होते हैं।

जब mobile operator आपके ई-सिम को एक्टिवेट कर देगा, तब आप अपने phone की settings के जरिए बड़ी आसानी से अपने phone number profile और अन्य डाटा सर्विस के बीच स्विच कर सकते हैं।

जब आप globally travel कर रहे हैं इस दौरान आपको विदेशों में tourist SIM Cards खरीदने की जरूरत नहीं पड़ती है। आपको एक simple QR scan करना है या अपने फोन के स्क्रीन पर कुछ जरूरी data enter करना है। यह सब आपको international roaming के दौरान local mobile ऑपरेटर की सर्विस को quickly activate करने और Switch करने में मदद करता है। 

 

India में eSIM Network Provider कौन-कौनसे है? :-

भारत में Jio, Airtel और Vi (Vodafone Idea) eSIM network provider है। ये तीनो company ई-सिम टेक्नोलॉजी को support करती है।

 

भारत में eSIM कैसे खरीदे (How to buy eSIM in India) :-

Jio eSIM –

जिओ का नया ई-सिम खरीदने के लिए जिओ स्टोर, रिलायंस डिजिटल या जिओ रिटेलर पर जाए। आमतौर पर सिम कार्ड खरीदते हैं उसी तरह ही सिम खरीदने के लिए भी आपको कोई भी वैध पहचान पत्र (ID Card) और फोटो देना होगा। 

Jio eSIM
Jio eSIM

आप अपने मौजूदा सिम कार्ड को भी ई-सिम में बदल सकते है इसके लिए आपको एक SMS भेजना होता है। यह प्रक्रिया मोबाइल डिवाइस के हिसाब से अलग-अलग होती है। 

 

Airtel eSIM –

Airtel user भी SMS के जरिए ई-सिम खरीद सकते हैं। यूजर्स को ई-सिम के बाद एक स्पेस देकर अपनी रजिस्टर्ड email ID लिखनी है और 121 पर भेज भेजनी है। जैसे – eSIM [email protected] 

अब आपको 121 से SMS मिलेगा। आपको प्रोसेस कंफर्म करने के लिए इस SMS के रिप्लाई में 1 लिखकर भेजना होगा।

Airtel eSIM
Airtel eSIM

इसके बाद आपको 121 से एक और SMS मिलेगा और आपसे कॉल पर सहमति मांगी जाएगी, उसके बाद आपकी email ID पर कंपनी द्वारा एक QR को भेजा जाएगा। यहां आपको अपने मोबाइल फोन में QR Code स्कैन करना होगा, जिसका तरीका प्रत्येक मोबाइल के लिए अलग-अलग होता है।

 

VI (Vodafone Idea) eSIM –

VI अर्थात vodafone-idea के नाम से भी जाना जाता है। यह केवल पोस्टपेड ग्राहकों को ही ई-सिम की सुविधा दे रहा है।

यदि आप वर्तमान या नए पोस्टपेड ग्राहक है तो आपको ही ई-सिम के बाद स्पेस देकर रजिस्टर्ड email ID लिखकर 199 पर SMS भेजना है।

VI (Vodafone Idea) eSIM
VI (Vodafone Idea) eSIM

अब आपको कंपनी की ओर से एक SMS मिलेगा। इसे कंफर्म करने के लिए SMS के रिप्लाई में ESIMY लिखकर भेजे। अब आपको एक और SMS मिलेगा जिसमें कॉल पर सहमति मांगी जाएगी। 

इसके बाद आपको आपकी email ID पर QR कोड आएगा। यहां आपको अपने मोबाइल फोन से QR कोड स्कैन करना होगा, जिसका तरीका प्रत्येक मोबाइल के लिए अलग-अलग होता है।

 

eSIM आपके Devices के लिए क्या माईने रखती है? –

ई-सिम का इस्तेमाल एक छोटे से device में भी कर सकते है क्योकि इसमें SIM card को रखने के लिए कोई अन्य SIM card की जरूरत ही नही पड़ती है। इसमें manufacturer को नेटवर्क के लिए बहुत सारे SIM cards को distribute करने की जरूरत नहीं होती है।

ई-सिम आपके दूसरे devices जैसे की Laptops और Tablets के लिए बहुत अच्छा है क्योंकि बिना physical SIM cards के ही seamless connectivity प्राप्त की जा सकती है। ई-सिम के माध्यम से बहुत सारे डिवाइस के साथ एक साथ ही इसे कनेक्ट किया जा सकता है क्योंकि ई-सिम को extra space की जरूरत नहीं होती है। 

 

कैसे Check करे की आपका Mobile eSIM को Support करता है या नही? –

Android एक Open-Source Operating System है अर्थात् कोई भी मोबाइल डिवाइस निर्माता या वाहक इसे अनुकूलित कर सकता है। कुछ क्षेत्रों या देशों में ऐसे मॉडल जारी किए जा सकते हैं जिनके पास ई-सिम क्षमता नहीं है या हो सकता है कि वाहक के पास यह सुविधा सक्षम न हो। 

आपके डिवाइस में ई-सिम चलता है या नहीं यह जांचने के लिए निम्न चरणों का पालन करे –

Samsung Devices –

“Settings > Connections > SIM Card Manager > Add Mobile Plan” पर जाए।

अगर “Add Mobile Plan” उपलब्ध है तो इसका मतलब यह होना चाहिए कि आपका डिवाइस ई-सिम को सपोर्ट करता है।

यह पता करने के लिए की आपके डिवाइस के लिए उपरोक्त चरण संभव नहीं है तो आप Samsung.com सहायता पेज पर जाना याद रखें। 

अन्य Android Devices –

कैसे Check करे की आपका Mobile eSIM को Support करता है या नही
कैसे Check करे की आपका Mobile eSIM को Support करता है या नही

*#06# डायल करे और कॉल दबाएँ 

यदि आपका मोबाइल ई-सिम में सक्षम है, तो आपको अपनी अपने उपकरण की ई-सिम Unique Identification Number (EID) देखने में सक्षम होना चाहिए। 

 

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eSIM Regular Travelers के लिए एक अच्छा विकल्प कैसे है? –

ई-सिम के मदद से एक regular traveler को बहुत आसानी होती है। हम जानते है की दुसरे देशो में जाने पर या घुमने जाते है तो SIM को लेकर हमेशा परेशानी होती है। उन्हें नई SIM लेना और पुराने को निकलकर नए SIM को लगाना।

इसके साथ ही बहुत से charges भी लगते है जैसे roaming charges. इन सभी तकलीफों से बचने के लिए ई-सिम एक बहुत ही बढिया विकल्प है। 

 

eSIM का भविष्य क्या है? (What is the Future of eSIM) :-

Apple और Google जैसे बड़े companies ने इसे इस्तेमाल कर ये ऐलान कर दिया है की SIM cards का भविष्य है तो केवल eSIM ही है। नई GSMA के technology से यूजर बड़ी आसानी से दुसरे network operator को switch कर सकते है। इसमें ज्यादा कुछ नही बस एक-दो phone calls से ये काम किया जा सकता है।

हम जानते है की दिन प्रतिदिन mobiles और devices की size छोटी होती जा रही है। इसके अलावा rewritable feature के होने से आसानी से operator में बदलाव लाया जा सकता है। future ई-सिम का ही है क्योंकि एक बार यह यदि आपके डिवाइस के साथ embedded हो गया तब आप इसकी सभी features का भरपूर फायदा उठा सकते हैं। 

 

eSIM के फायदे (Advantages of eSIM) –

  • यह एक nano SIM के टुकड़े के साइज का होता है इसलिए कहीं पर भी फिट हो जाता है।
  • इसके लिए SIM ट्रे की कोई भी जरूरत नहीं होती है।
  • नई SIM के लिए आपको physically SIM Card बदलने की जरूरत नहीं होती है।
  • इसमें यूजर बिना कोई physically SIM Card बदले, जल्द और आसानी से दूसरे operator में स्विच कर सकते हैं।
  • यह multiple cellular profiles को सपोर्ट कर सकता है, इस प्रकार यह पूरी दुनिया में बिना किसी बाधा के काम करता है। 
  • ई-सिम physically SIM Card की तुलना में अधिक secure है।

 

eSIM के नुकसान (Disadvantages of eSIM) –

  • ई-सिम को एक्टिवेट करने के लिए आपको ऑपरेटर से कनेक्ट करना होगा और उनके द्वारा भेजे गए user ID और Password को enter कर ही आप SIM को activate कर सकते हैं।
  • अगर आपका phone damage हो जाता है तो traditional SIM card के साथ आप आसानी से अपना डाटा जैसे messages, contacts आदि नए phone में ट्रांसफर कर सकते हैं लेकिन eSIM devices में यह possible नहीं है यूजर को डाटा प्राप्त करने के लिए cloud पर निर्भर रहना पड़ता है।
  • यह उन users के लिए समस्या पैदा कर सकता है जो ई-सिम इस्तेमाल करने के दौरान खुद को track होने से बचाना चाहते हैं। traditional SIM card को device से निकालकर ऑपरेटर से track होने से बचा जा सकता था लेकिन ई-सिम के device में ही फिट होने की वजह से ऐसा करना नामुमकिन है।
  • ई-सिम के data के Cloud hosting से hack होने की संभावनाए भी अधिक होती है। 

 

 

निष्कर्ष (Conclusion) –

आज हमने eSIM के बारे में विस्तार से जाना है। हमने eSIM क्या है? से जुड़ी जानकारी को सरल शब्दों में बताया है ताकि आपको कुछ नया सीखने को मिले। मुझे आशा है कि मेरे द्वारा दी गई जानकारी आपको समझ में आ गई होगी।

यदि आपको यह आर्टिकल पसंद आया या कुछ नया सीखने को मिला हो तो इस आर्टिकल को सोशल मीडिया नेटवर्क्स जैसे कि facebook, whatsapp, twitter और अन्य social platforms पर share जरूर करें। 

 

FAQ – eSIM in Hindi

 

Q.1 ई सिम कार्ड क्या होता है?

Ans. ई-सिम मोबाइल फोन में लगने वाली वर्चुअल सिम होती है। यह सिम कार्ड की तरह नहीं होती है अर्थात् आप ई-सिम लेते हैं तो आपको अपने फोन में कार्ड नहीं डालना होता है। ई-सिम टेलीकॉम कंपनी के द्वारा ओवर-द-एयर एक्टिवेट की जाती है और इसमें भी आपको सिम कार्ड जैसे ही फीचर्स मिलते हैं।

Q.2 कौन सी कंपनी भारत में ESIM प्रदान करती है?

Ans. वर्तमान समय में Jio, Airtel और VI (Vodafone Idea) प्रीपेड ग्राहकों को eSIM प्रदान करते हैं।

Q.3 eSIM कितना सुरक्षित है?

Ans. eSIM भौतिक सिम कार्ड की तुलना में अधिक सुरक्षित है तो इसका मतलब यह नहीं है कि इसे हैक नही किया जा सकता हैं। डिजिटल सभी चीजों के हैक होने का खतरा होता है।

Q.4 eSIM की कीमत कितनी है?

Ans. eSIM वाले Phone में ई-सिम सक्रिय करने के लिए कोई शुल्क नहीं है। ई-सिम सेवा का उपयोग शुरू करने के लिए डिवाइस मोबाइल नेटवर्क पर पंजीकृत होना चाहिए।

Q.5 ई सिम कार्ड से क्या फायदा है?

Ans. ई-सिम कार्ड भी फिजिकल सिम कार्ड की तरह सेवाएं प्रदान करता है। ई सिम कार्ड को आप डिवाइस से अलग नही कर सकते जिससे इसे कोई भी चुराकर अन्य डिवाइस में नही चला सकता है।

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